AAP नेता संजय सिंह का BJP पर हमला कहा- राम के नाम पर ये लोग चंदा चोरी कर रहे

punjabkesari.in Saturday, Dec 25, 2021 - 06:01 PM (IST)

लखनऊः आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद एवं यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अयोध्या कि राम के नाम पर ये लोग चंदा चोरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि BJP समेत ट्रस्ट के लोग और उत्तर प्रदेश शासन के बड़े अफसरों की मिलीभगत से मां शारदा ट्रस्ट बनाकर राम मंदिर के नाम पर करोड़ों की कमाई की गई है।

संजय सिंह ने प्रदेश प्रशासन और विधायकों पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा  ट्रस्ट बनाकर और जमीन प्लाटिंग करके करोड़ों की कमाई की गई है और ट्रस्ट के लोग दान की गई जमीन को अब बेच रहे हैं। इसमें प्रशासन से लेकर सरकार और बीजेपी के लोग मिलकर घोटाला कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट पर लोगों को भगवान राम के नाम पर ठगने का आरोप लगाते हुए पूरे कथित जमीन घोटाले मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में काम करने वाली SIT से कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जांच सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में हो, जिसके लिए SIT की एक टीम गठित होनी चाहिए। जांच पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए और जो भी दोषी पाया जाएं उनको जेल में डालना चाहिए ,यह देश के करोड़ों लोगों की आस्था प्रभु श्री राम का मंदिर बनाने में है। 

प्रयागराज के रहने वाले रोंघई अयोध्या में आकर माझा बरहटा गांव में 21 बीघा जमीन खरीदते हैं। क्योंकि दलित ही दलित की जमीन खरीद सकता है, इसलिए उनके द्वारा जमीन की खरीद दिखाई जाती है और फिर वह 21 बीघा जमीन खरीदने के बाद अचानक इतने अमीर हो जाते हैं कि अपनी सारी जमीन महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट को दान कर देते हैं। जबकि, अब भी रोंघई और उनका परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना में रह रहा है। रोंघई भाई को अपनी जमीन बेचने वाले एक व्यक्ति महादेव ने कमिश्नर से शिकायत की है और उसने कहा हमारी जमीन को अवैध रूप से बेचा जा रहा है, जिससे साबित होता है कि अब पूरा प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में था। आदित्यनाथ की सरकार से कितनी भी गुहार लगा लो उनके कान में जूं ही नहीं रेंगती और उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। 

आप सांसद ने कहा  इसमें से चंपत राय जी 3500000 रुपए की जमीन को यशोदा नंदन त्रिपाठी को दान कर देते हैं। मैं यह पूछना चाहता हूं कि किस अधिकार से इन्होंने यह जमीन दान की। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ जी ने एक तरीका सीख लिया है ,कि किसी भी मामले के लिए एसआईटी का गठन करो और मामले को ठंडे बस्ते में डालो, लेकिन हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर्ड एसआईटी से करवानी चाहिए। जितने भी विधायक, अधिकारी इस मामले में शामिल हैं, तुरंत उनका इस्तीफा लिया जाए, तब इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव है। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj