अब्बास अंसारी की बढ़ाई गई सुरक्षा: अब ड्रोन से होगी बाहुबली की निगरानी, हर महीने बदलेंगे बंदी रक्षक

punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2023 - 05:20 PM (IST)

लखनऊ/कासगंज: उत्तर प्रदेश की कासगंज जेल (Kasganj Jail) में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे व विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) की सुरक्षा बढ़ाई गई है। जिसके चलते अब अब्बास अंसरी पर ड्रोन के जरिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके साथ ही उनके आसपास एक माह के रोस्टर पर बंदी गार्ड्स की तैनाती होगी, जिनकों हर महीने बदला जाएगा। इसके साथ  ही कासगंज जेल में बॉडी वियर कैमरे (Body Worn Cameras) और ड्रोन (Drone) भेजे गए हैं।



अब्बास अंसारी की निगरानी के लिए कासगंज जेल को दिए गए 5 बॉडी वॉर्न कैमरे
जानकारी के मुताबिक, अब्बास के आसपास एक माह के रोस्टर पर बंदी गार्ड्स की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही कासगंज जेल में अन्य जेलों के कर्मियों को एक माह के रोस्टर पर तैनात किया जाएगा। बताया जा रहा है कि डीजी जेल आनंद कुमार द्वारा कासगंज जेल को 5 बॉडी वॉर्न कैमरे और एक ड्रोन कैमरा दिया है। दरअसल अब्बास की बैरक के आसपास तैनात जेल कर्मी बॉडी वियर कैमरे पहनेंगे।

इसके साथ ही कासगंज जेल की ड्रोन कैमरे से हवाई निगरानी की जाएगी। बता दें कि हाल ही में अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अब्बास की सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने कासगंज जेल में बंद कुंटू सिंह के जरिए अब्बास अंसारी की हत्या करवाने की साजिश की भी आशंका जताई है।



कौन हैं कुंटू सिंह?
लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह मास्टरमाइंड बताया गया था। अजीत सिंह हत्याकांड के साथ बसपा के पूर्व विधायक सर्वेश उर्फ सीपू सिंह की 2013 में दिनदहाड़े गोली मारकर की गई हत्या में भी कुंटू सिंह का नाम आया था। बता दें कि वर्तमान में कुंटू सिंह कासगंज जेल में बंद है। वहीं, अब्बास अंसारी को भी 3 दिन पहले कासगंज जेल भेजा गया है।



जानें क्या था पूरा मामला?
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में विधायक अब्बास अंसारी जेल बंद हैं। 19 नवंबर को उसे सेंट्रल जेल नैनी प्रयागराज से चित्रकूट जिला कारागार शिफ्ट किया गया था, लेकिन 10 फरवरी को उनकी पत्नी निखत बानो को डीएम व एसपी ने छापेमारी के दौरान जेल में पकड़ा था। वह लगातार कई दिन से बिना एंट्री के पति से मिल रही थी। प्रतिदिन तीन से चार घंटे जेल अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे में पति के साथ गुजारती थी। निखत के पास पुलिस ने प्रतिबंधित मोबाइल फोन, नकदी व विदेशी मुद्रा आदि सामान बरामद किया था। जिसके बाद निकहत अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अब्बास को चित्रकूट से कासगंज जेल भेज दिया गया था।

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Harman Kaur