वाह: भीख मांगने वाले बच्चों का सहारा बने कानपुर के ACP त्रिपुरारी पांडेय

punjabkesari.in Saturday, Jun 19, 2021 - 06:22 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम आते ही शायद आपकी सोच डर में बदल जायेगी या फिर खाकी से दूर रहने की बात कहकर अपना बचाव करते नजर आएंगे| लेकिन कानपुर में पुलिस के बदले रूप को जिसने भी देखा उसने पुलिस विभाग की न केवल तारीफ़ की बल्कि उनके लिए जिंदादिली भी दिखाई। क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस को उन गरीब असहाय बच्चों का सहारा बनता देखा गया जो सड़कों पर भीख मांगने का काम करने में जुटे हुए थे। जिसे देख कानपुर के कर्नलगंज थाने में तैनात एसीपी त्रिपुरारी पांडेय से रहा नहीं गया। 



पांडेय ने अपने सहयोगी पुलिस कर्मचारियों से उसी स्थान पर चलने को कहा जहाँ यह बच्चे भीख मांग रहे थे। एसीपी को अपने पास आते देख बच्चे सहम से गए और बचकर भागने का प्रयास करने लगे। लेकिन एसीपी ने बड़ी ही सहानुभूति को अपनाते हुए अलग अलग स्थानों से इन बच्चों को अपनी सरकारी गाड़ी में बैठा लिया और सीधे अपने दफ्तर ले आये। यहाँ बच्चों को यह नहीं मालुम था कि उनके साथ क्या होने वाला है। लेकिन कुछ ही पलों में सब कुछ बदल गया जिसका नजारा आपके सामने है। 

एसीपी ने ठीक उसी तरह बच्चों के साथ व्यवहार किया जैसा एक आम परिवार में किया जाता है। जिसको देखकर कुछ बच्चे उदास हो गए तो कुछ के आंसू झलक आये क्योंकि आज से पहले उनके साथ किसी ने भी इस तरह का व्यवहार नहीं किया था। अभी इतना ही नहीं था एसीपी ने सभी बच्चों के लिए अच्छे भोजन और कपड़ों की व्यवस्था भी की। जिसको पाकर उनके चेहरों में मुस्कान लौट आयी। फिर जाकर एसीपी ने इन बच्चों को जागरूक करते हुए पढ़ाई के लिए प्रेरित किया | 



असीम अरुण (पुलिस कमिश्नर_कानपुर नगर) ने बताया कि एेसे बच्चे जिनको सड़कों पर भीख मांगने के लिए लगाया जाता है उनको बचाने के लिए कानपुर नगर पुलिस द्वारा एक अभियान शुरू किया गया है।  जिसके तहत आज 7 आैर बच्चों को रिकवर किया गया है। इन बच्चों को सुरक्षित करके सरकारी गृह में रखा जाएगा आैर उनके पढ़ाई-लिखाई का भी प्रबंध किया जाएगा। जो ठेकेदार आैर अभिभावक बच्चों से भीख मंगवा रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। 

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Ramkesh