मायावती का बड़ा ऐलान- BSP सरकार बनी तो ब्राह्मणों के खिलाफ हुए एक्शन की होगी जांच

punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 02:46 PM (IST)

लखनऊ: विधानसभा चुनाव के पास आते ही उत्तर प्रदेश में ब्राम्हणों को लुभाने की सभी पार्टियां पुरजोर कोशिश कर रही हैं। सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए प्रदेश भर में घूम कर ब्राम्हणों को एकजुट करने की कोशिश की, साथ ही योगी सरकार में ब्राम्हणों पर हुए अत्याचार को खूब भुनाने की कोशिश की। इस तरीके से सतीश चंद्र मिश्रा का पूरे प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलन एक महीने तक चला। एक महीने तक चले कार्यक्रम के बाद मंगलवार को मायावती की अध्यक्षता में प्रबुद्ध सम्मेलन का समापन हुआ। इस कार्यक्रम में मायावती ने कार्यकर्ताओं से कई सारे वादे किए और विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमलावर रही।


ब्राम्हणों के मान-सम्मान का रखा जाएगा पूरा ख्याल
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर ब्राह्मणों के मान-सम्मान और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। प्रबुद्ध सम्मेलन में कार्यकर्ताओं में इतना जोश था कि मायावती के संबोधन से पहले ब्राम्हणों को लुभाने के लिए पार्टी के पुराने नारे, “हाथी नहीं गणेश है, ब्रम्हा विष्णु महेश है” का नारा लगाया, साथ ही ब्राह्मण वोटों के लिए बदली बदली सी बहुजन समाज पार्टी के बदले-बदले से कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम और जय परशुराम के नारे भी लगाए। ब्राह्मण समाज की इस सभा में शंख बंज रह थे, मंत्रोच्चारण हो रहा था, त्रिसूल लगाए जा रहे थे और गणेश की प्रतिमाएं नजर आ रही थीं।


ब्राम्हणों को मिलेगी पूरी सुरक्षा
इसके साथ ही मायावती ने ब्राह्मण समाज से वादा किया कि बसपा की सरकार बनने पर उनको पूरी सुरक्षा दी जाएगी। मायावती ने साफ कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा है। सम्मेलन में मायावती ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार के दौरान ब्राह्मणों पर जो भी मुकद्दमें या कार्रवाई हुई हैं उसकी सरकार बनने के बाद जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी अधिकारी दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


नहीं लागू होने दूंगी काला कृषि कानून
किसान कानूनों पर हमलावर मायावती ने कहा कि भाजपा की सरकार ने किसानों पर काला कानून लाद दिया है, जिसके बोझ तले आज देश भर का किसान दबा हुआ है। भाजपा ने किसानों को वोट लेते हुए वादा किया था कि उनकी आय सरकार बनते ही दोगुनी कर दी जाएगी,  लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मायावती ने कहा कि राज्य में आगर बसपा की सरकार बनी तो जो 3 नए कृषि कानून लाए गए हैं उन्हें कभी भी उत्तर प्रदेश में लागू नहीं होने देंगे।


सबका DNA एक तो RSS क्यों करती है हिंदू मुस्लिम में फर्क
मायावती ने  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मुस्लिमों पर दिए बयान का जिक्र करते हुए कहा कि भागवत ने कहा है कि हिंदू और मुसलमानों के पूर्वज एक हैं तो मैं RSS प्रमुख से पूछना चाहती हूं कि संघ और बीजेपी मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है, हर स्तर पर ब्राह्मण समाज का शोषण होता है।


हमारी सरकार ने गन्ने के मूल्य को दोगुना किया
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार बनी थी तो किसानों को गन्ने का मूल्य ₹125 प्रति क्विंटल मिलता था। हमने इसे दोगुना कर दिया। सपा और भाजपा सरकार पर हमला बोलते कहा कि उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में केवल एक बार ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2022 में बीएसपी की सरकार बनने पर एक आयोग गठित किया जाएगा और वित्त विहीन शिक्षक को उचित मानदेय भी दिया जाएगा।


नहीं बनाने पड़ेंगे नए स्मारक, सरकार बनी तो पूरा फोकस विकास पर
मायावती ने आगे कहा कि यूपी में अब नए स्मारक, मूर्ति बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 2022 में सरकार बनेगी तो पूरी ताकत यूपी के विकास पर लगाऊंगी। लेकिन कुछ धर्म-जाति के लोग चाहते हैं कि अगर उनके संत,गुरुओं का आदर सम्मान करें तो ऐसा जरूर किया जाएगा।'

टीवी एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का किया जिक्र 
इस दौरान टीवी एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का जिक्र करते हुए मायावती भावुक हो गई और बोलीं कि देश या दुनिया में कोई नई बीमारी कब आ जाए किसी को नही पता। आजकल ये भी नहीं पता कि कौन कब दुनिया छोड़कर चला जाए। हाल में कलाकार जिनकी उम्र ज्यादा नहीं थी, देखने में बिल्कुल स्वस्थ थे उनका निधन हो गया। जिस देखत हुए मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को  किसी भी कार्यक्रम में मास्क आदि का पूरा ध्यान रखने की भी सलाह दी। 

बताई कोरोना काल में ना दिखने की वजह
कोरोना काल में अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए मायावती ने कहा कि मैं उस समय मैं जान बूझकर लखनऊ से नहीं निकली, क्योंकि ऐसा करने पर कार्यकर्ताओं पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मुकदमे दर्ज होते। फिर कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी की जगह मुकदमे की वजह से कानूनी कार्रवाई में फंसे रहते। मायावती ने हमला बोलते हुए कहा कि सपा और भाजपा की सोच पूंजीवादी है, BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता। BSP किसी धर्म-जाति विशेष की पार्टी नहीं है। बसपा सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की सोच वाली पार्टी है। 

 

Content Writer

Umakant yadav