पंजाब में PM की सुरक्षा में हुई चूक पर कू उपभोक्ताओं ने व्यक्त की चिंता, कहा- मामले की जांच कर दोषियों पर हो कार्रवाई

punjabkesari.in Friday, Jan 07, 2022 - 05:35 PM (IST)

लखनऊ: पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले में  कू उपभोक्ताओं ने चिंता व्यक्त की है। इस वजह से भारतीय जनता पार्टी और उसके वरिष्ठ नेताओं में भारी आक्रोष है जिन्होंने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर सीधा निशाना साधा है और प्रधानमंत्री की सुरक्षा की अनदेखी के लिए उन्हें  जिम्मेदार ठहराया है। वहीं प्रधानमंत्री की सुरक्षा के उल्लंघन से आहत जनता ने, बहुभाषी माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू पर अपनी चिंता और दुख व्यक्त किया। कुछ उपभोक्ताओं ने पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू करने की बात भी कही। कू पर की गई कई सारी पोस्ट में से पहली दो ट्रेंडिंग पोस्ट इसी घटना से जुड़ी हुईं हैं।



कई लोगों ने प्रधानमंत्री के प्रति अपनी भावनाएं और एकजुटता व्यक्त करने के लिए #PMsecurityBreach’ और ‘#BharatStandsWithModiji’ जैसे हैशटैग भी बनाए है।  वहीं कुलदीप सिंह नाम के एक उपभोक्ता ने लिखा है “जो उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ किया है उसके बाद मैं पंजाब में राष्ट्रपति शासन चाहता हूं.” उन्होंने ये भी कहा“जो लोग प्रधानमंत्री को सुरक्षा नहीं दे सकते वो लोग पंजाब के लोगों को क्या सुरक्षा देंगे। प्रख्यात किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि प्रधानमंत्री को सुरक्षा उल्लंघन की वजह से लौटना पड़ा या गुस्साए किसानों के कारण उन्होंने पंजाब से वापस आना पड़ा। एक  हर्ष नामक के एक और उपभोक्ता ने कहा कांग्रेस सरकार भारत के प्रधानमंत्री तक को सुरक्षा नहीं दे सकती और पूरे भारत को सुरक्षा देने की बात करती है। 



मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “16 घंटे हो गए हैं लेकिन अभी तक नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधानमंत्री के सुरक्षा उल्लंघन की इस घटना के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ऐसे ही सुरक्षा उल्लंघनों में अपने परिवार के सदस्यों को खोया है इसलिए वो ये दर्द बेहतर समझ सकती हैं, उन्हें इस बारे में विस्तार से स्पष्टीकरण देना चाहिए.”तत्वों की मिलीभगत का स्पष्ट उदाहरण है।  क्या ये सिर्फ एक चूक है या फिर एक सुनियोजित योजना? निश्चित कार्ययोजना के साथ गहन जांच हो,ये समय की मांग है।



गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और इस सुरक्षा उल्लंघन की जिम्मेदारी तय करने और कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया“प्रधानमंत्री की सुरक्षा में ये एक बड़ी चूक है। प्रधानमंत्री की यात्रा और कार्यक्रम के बारे में पहले से पंजाब सरकार को सूचित कर दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार उन्हें सारी आवश्यक व्यवस्था, सुरक्षा और आकस्मिक योजना पहले से तैयार रखनी होती हैं। साथ ही किसी भी तरह की आवाजाही को रोकने के लिए आकस्मिक योजना के मद्देनजर, पंजाब सरकार को सड़कों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करना था जो नहीं किया गया। इस सुरक्षा चूक के बाद, बठिंडा हवाई अड्डे पर वापस जाने का निर्णय लिया गया।

Content Writer

Ramkesh