डेंगू को रोकने के लिए ''गंबूजिया'' मछली का सहारा लेगा प्रशासन, मच्छरों को ऐसे करेंगी खत्म

punjabkesari.in Monday, Sep 06, 2021 - 05:29 PM (IST)

फिरोजाबाद/लखनऊ: डेंगू (Dengue) और मलेरिया बुखार (Malarial fever) के प्रकोप से फिरोजाबाद (Firozabad) जिले में 51 मौतें होने तथा सैकड़ों अन्य के बीमार होने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अब 'गंबुजा' मछली (Gambuja Fish) का सहारा लेगा। इसके लिए करीब 25 हजार मछलियां मंगाई गई हैं, जिन्हें गड्ढ़ो और तालाबों में डाला जा रहा हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि फिरोजाबाद जिला प्रशासन के सहयोग से बदायूं से 50 पैकेट गंबूजिया मछली के मंगाए गए हैं, जिनमें लगभग 25 हजार मछलियां हैं। यह छोटी-छोटी मछलियां डेंगू के लार्वा को अपना भोजन बनाकर उसका खात्मा करती हैं और एक दिन में लगभग 100 लार्वा खाकर खुद को शारीरिक रूप से विकसित करती हैं। 

मछली को ग्रामीण क्षेत्रों के तालाबों में भी डाला जा रहा
उन्होंने बताया इसका सबसे पहले प्रयोग बरेली में हुआ था, जो सफल रहा था। उसके बाद बदायूं में भी इसका प्रयोग हुआ और वहां भी डेंगू के लार्वा को काबू करने में सफलता मिली। मछली की यह प्रजाति छोटे-छोटे गड्ढों में जमा पानी में रहकर विभिन्न प्रकार के मच्छरों का खात्मा करती है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में प्रकोप ज्यादा होने के कारण सबसे पहले वहां से अभियान की शुरुआत की गई है। इस मछली को ग्रामीण क्षेत्रों के तालाबों में भी डाला जा रहा है। जिससे वायरल व डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने बताया कि गंबुजा मछली को शहर के निचले इलाकों में और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी से भरे गड्ढे, तालाबों में छोड़ा जा रहा है जिससे डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को नष्ट किया जा सके। इससे मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के प्रजनन को भी नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

इस बीच, राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), राममनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) और किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय(केजीएमयू)के विशेषज्ञ चिकित्‍सकों की तीन टीमें डेंगू और वायरल बुखार से प्रभावित आगरा, फिरोजाबाद और मथुरा जाएंगी। विशेषज्ञों की टीम तीनों जिलों के अस्‍पतालों में इलाज की प्रक्रिया देखेंगी और स्‍थानीय चिकित्‍सकों का मार्गदर्शन करेगी। सोमवार को अधिकारियों के साथ उच्‍च स्‍तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसजीपीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल के तीन-तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तीन टीम गठित कर फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा भेजने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि एक-एक मरीज की सेहत पर बारीकी से ध्यान दिया जाए। विशेषज्ञ चिकित्सकों की यह टीम स्थानीय डॉक्टरों का मार्गदर्शन कर मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्‍ध करायेगी। बैठक के बाद सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तीनों जिलों में इलाज के लिए स्‍थानीय स्‍तर पर चिकित्‍सकों को युद्ध स्‍तर पर तैनात किया गया है। फिरोजाबाद में डेंगू व अन्य वायरल बीमारियों की रोकथाम के लिए अतिरिक्त बिस्तर, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, दवाइयां, जांच उपकरण आदि की व्यवस्था की गई है। राज्‍य सरकार ने मरीजों के इलाज और बीमारी से निपटने के लिए आवश्यकतानुसार सुविधाएं, दवाइयां और तकनीक का इस्‍तेमाल बढ़ाने की निर्देश भी दिए हैं। 

फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार से अब तक 51 लोगों की मौत हुई 
उन्होंने बताया कि प्रभावित जिले में मरीजों की स्थिति पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा भी मरीजों और उनके परिजनों से संपर्क कर उनको मिल रहे इलाज और सुविधाओं की जानकारी लेने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता के मुताबिक सरकार ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग और प्रशासन को लोगों को इस बात के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं कि बीमारी के हल्के लक्षण होने पर भी तत्काल निकटतम अस्पताल से संपर्क करें। पूरे अभियान पर खुद मुख्यमंत्री योगी नजर रख रहे हैं। वहीं, फिरोजबाद में पिछले दिनों के मुकाबले रविवार को वायरल व डेंगू बुखार के प्रकोप में रविवार को कुछ कमी देखी गई। रविवार को डेंगू और वायरल बुखार से किसी की मौत नहीं हुई। अबतक जिले में डेंगू और वायरल बुखार से 51 लोगों की मौत हुई है।

फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉक्टर संगीता अनेजा ने रविवार देर शाम बातचीत में बताया था कि आज मेडिकल कॉलेज में वायरल व डेंगू बुखार के 105 नए मरीज भर्ती किए गए जबकि 60 मरीजों को ठीक होने के कारण अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्ड में 447 मरीज भर्ती हैं। डेंगू के 67 नमूनों की रैपिड किट से जांच की गई जिनमें से 50 संक्रमित पाए गए। उन्होंने बताया था कि 51 नमूनों की जांच एलिजा पद्धति से की गई जिनमें से 35 के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में मेडिकल कॉलेज में एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है और प्लेटलेट बढ़ने से भर्ती मरीजों की सेहत में सुधार हो रहा है। फिरोजाबाद में वायरल व डेंगू के प्रकोप से हुई मौतों को गंभीरता से लेते हुए जिले के मुख्‍य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ ने प्रशासन के अभियान में लापरवाही बरतने के कारण जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) नीरज कुमार को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी दीपक यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया था।

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने डेंगू एवं वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप के दौरान लापरवाही के चलते बृहस्पतिवार देर शाम तीन चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि चिकित्सक गिरीश श्रीवास्तव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई, डॉक्टर सौरव एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने चिकित्सा कार्य में लापरवाही पायी जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इससे पहले एक सितंबर को उत्तर प्रदेश सरकार ने फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीता कुलश्रेष्ठ का तबादला कर दिया था। उनके स्थान पर हापुड़ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी को फिरोजाबाद भेजा गया है। गौरतलब हैं कि पिछले लगभग दो सप्ताह से वायरल बुखार और डेंगू का प्रकोप फिरोजाबाद जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 अगस्त को फिरोजाबाद पहुंचे थे और बीमारी से पीड़ित लोगों का हाल जानने के साथ-साथ इसे नियंत्रित करने के निर्देश दिए थे। 

 

 

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj