Admission Scam: आयुष कॉलेजों में 891 फर्जी-दाखिला में STF ने की बड़ी कार्रवाई, पूर्व निदेशक समेत 12 गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Nov 18, 2022 - 01:58 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में आयुष कॉलेजों में 891 फर्जी दाखिला करने का मामला सामने आया है। जिस के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कार्रवाई करते हुए इस मामले के मुख्य आरोपी समेत निलंबित आयुर्वेद निदेशक सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। इस मामले की शुरुआत में एसटीएफ टीम को मेरिट में बदलाव करके छात्रों के प्रवेश के प्रवेश करने के सबूत मिले है।

बता दें कि इस मामले में दोषी पाए गए एक साथ कुल 12 लोग गिरफ्तार किए गए है। इसमें आयुर्वेद कॉलेज के पूर्व डायरेक्टर एसएन सिंह, काउंसलिंग के नोडल ऑफिसर उमाकांत यादव, निजी कंपनी V3  सॉल्युशंस के कुलदीप सिंह समेत कुल 12 लोग  गिरफ्तार हुए हैं। V3 के साथ आयुष कॉलेजों के एडमिशन में काम करने वाली दो अन्य एजेंसियों के पांच कर्मी भी गिरफ्तार हुए है। इन्हें गिरफ्तार करने के बाद इनसे पूछताछ की गई जिससे कई और इनपुट मिले हैं। हालांकि अभी STF के अधिकारी इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं।

STF ने बड़ी कार्रवाई को दिया अंजाम
मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड कुलदीप के गिरफ्त में आते ही हेराफेरी की सभी परतें पूरी तरह से खुल गईं। इसी के आधार पर STF ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। बड़ी बात ये भी हैं कि शासन ने 7 नवंबर को ही इस मामले की जांच CBI से कराए जाने की सिफारिश की थी। अभी तक CBI ने केस हैंड ओवर नहीं लिया है। इससे पहले ही STF अपनी जांच में लगभग तह तक पहुंचने में कामयाब रही।

आयुर्वेद निदेशक ने दर्ज कराई थी FIR
आयुष कॉलेजों में सत्र-2021 में कुल 891 फर्जी छात्रों के प्रवेश का गंभीर मामला सामने आया था। जिसे सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया था। प्रकरण में तत्कालीन कार्यवाहक निदेशक, आयुर्वेदिक सेवाएं प्रो.एसएन सिंह की ओर से 4 नवंबर को हजरतगंज कोतवाली में डाटा फीडिंग का काम कर रही कंपनी अपट्रान पावर्ट्रानिक्स और उसकी वेंडर कंपनी V3 सॉफ्ट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि कुलदीप सिंह सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था। जिसके बाद स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने मामले में जांच शुरू की थी। 

Content Editor

Pooja Gill