HC में हुआ एडवोकेट-मीडिया समागम, बार एसोसिएशन ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए पत्रकारों का किया सम्मान

punjabkesari.in Thursday, Aug 19, 2021 - 05:21 PM (IST)

प्रयागराज: पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। इसने लोकतंत्र में यह महत्वपूर्ण स्थान अपने आप हासिल नहीं किया है बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति पत्रकारिता के दायित्वों के महत्व को देखते हुए समाज ने ही यह दर्जा दिया है। पत्रकारों के मेहनत और संघर्ष को देखते हुए समय-समय पर इनका सम्मान भी किया जाता रहा है। इसी बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट के लाइब्रेरी हाल में एडवोकेट मीडिया समागम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने प्रयागराज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेलफेयर क्लब के पदाधिकारियों का सम्मान किया।


क्लब के अध्यक्ष आलोक सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सैय्यद आकिब रज़ा, सचिव नितिंन गुप्ता, उपाध्यक्ष इमरान लईक, संयुक्त सचिव पंकज चौधरीं, शिवेंद्र विक्रम, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र राज, प्रचार सचिव, रोबिन मोनू, राजकुमार चौधरीं रॉकी का हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने माल्यार्पण और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।


इस मौके पर प्रयागराज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेलफेयर क्लब के अध्यक्ष आलोक सिंह ने बताया कि अधिवक्ताओं, पत्रकारों ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट, जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता, पत्रकार लोकतंत्र के मजबूत स्तम्भ हैं। पत्रकार और अधिवक्ता ही है जो न्याय की लड़ाई लड़ते है। इन दोनों की सुरक्षा बेहद जरूरी है।



बता दें कि यह सेमिनार वकीलों और पत्रकारों की सुरक्षा पर आयोजित किया गया था। वहीं हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रशासन अभिषेक शुक्ला ने कार्यक्रम का संचालन किया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जमील अहमद आजमी, उपाध्यक्ष अनिल पाठक, अजय मिश्रा, के के मिश्रा, अंजू श्रीवास्तव, रजनीकांत राय, कोषाध्यक्ष दुर्गेश तिवारी, संयुक्त सचिव अभिषेक शुक्ला, दिलीप पांडे, राजेंद्र सिंह मंजू कार्यक्रम में शामिल हुए और अपने-अपने विचार रखे।


कोरोना काल में पत्रकारिता करना शताब्दी की सबसे बड़ी चुनौती
गौरतलब है कि कोरोना काल में पत्रकारिता करना शताब्दी की सबसे बड़ी चुनौती थी, लेकिन फिर भी पत्रकारों ने इंटरनेट मीडिया पर बिखरी भ्रमित करने वाली ढेरों सूचनाओं के बीच पत्रकारों ने जान पर खेलकर लोगों तक सच को पहुंचाया। स्वास्थ्य संबंधी भ्रामक और हानिकारक सूचनाएं भी तेजी से फैल रही थीं। ऐसे कठिन समय में भी पत्रकारिता ने अपने धर्म का बखूबी निर्वाह किया है।

Content Writer

Umakant yadav