गायत्री प्रजापति के बाद उनके बेटों की बढ़ी मुश्किलें, ED ने लगाया यह बड़ा आरोप

punjabkesari.in Friday, Jan 01, 2021 - 09:49 AM (IST)

नई दिल्ली\लखनऊ: दुष्कर्म के मामले में आरोपी उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के बेटों ने निजी फायदे के लिए मामले में ‘‘कुछ मुख्य गवाहों को प्रभावित करने'' के वास्ते धन जुटाने के लिए अपनी कुछ संपत्तियां बेच दी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह आरोप लगाया।

जानकारी मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी ने प्रजापति, उनके बेटों और उनकी बेनामी संपत्ति कथित तौर पर रखने वाले सहयोगियों के लखनऊ, कानपुर और अमेठी में रिहायशी और कार्यालय परिसरों पर छापेमारी की। एजेंसी ने छापे के दौरान 1.42 लाख रुपए नकदी, 11.50 लाख रुपए के बंद हो चुके नोट, 5 लाख रुपए के स्टांप पेपर, संपत्ति से संबंधित कुछ दस्तावेज और कंप्यूटर जब्त की।

ईडी ने जारी एक बयान में कहा कि छापे के दौरान लखनऊ, कानपुर, अमेठी, सीतापुर और अन्य इलाके में विभिन्न संपत्तियों की 100 से ज्यादा रजिस्ट्री का पता चला बयान में कहा गया कि इसके अलावा पूर्व मंत्री के परिवार के सदस्यों के मुंबई में चार विला के आवंटन पत्र भी जब्त किए गए। प्रत्येक विला की कीमत 2.5 करोड़ रुपए आंकी गई है।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान प्रजापति के पास खनन विभाग था। प्रजापति पर एक महिला से दुष्कर्म करने और उसकी बेटी बेटी के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है। मामले में प्रजापति को गिरफ्तार किया गया और 15 मार्च 2017 को जेल भेज दिया गया और वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं।

उत्तरप्रदेश में खनन पट्टा के आवंटन में कथित अनियमितता की जांच के लिए सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर पिछले साल ईडी ने प्रजापति के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया था। ईडी ने दावा किया कि यह खुलासा हुआ कि उत्तरप्रदेश सरकार में आरोपी (प्रजापति) के मंत्री रहने के दौरान उनकी कंपनी की आमदनी में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई और वह इस बारे में पूछताछ पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

Anil Kapoor