नौकरी छूटने के बाद भूखे पेट घर जाने को मजबूर ये लोग, लगा रहे मदद की गुहार

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 02:14 PM (IST)

कानपुरः पूरा देश लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहा है। पूरे देश में समय के अनुसार लोग निकल रहे हैं अपना काम कर रहे हैं और जिस वक्त जो दुकानें खुल रही हैं। उस वक्त वह अपना घरेलू राशन लाकर अपना परिवार चलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन एक मुसीबत उन परिवारों के लिए आकर सामने खड़ी हो गई है जो परिवार अपने घरों से कई किलोमीटर दूर जीवन यापन करने के लिए किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर रहे थे। कानपुर का जिला प्रशासन भी उनकी इस समस्या को सुनने को तैयार नहीं है, यानी की स्थिति यह है ना वह घर के हैं ना वह घाट के हैं।
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कुछ ऐसा ही नजारा कानपुर के इन 35 मजदूरों का देखने को मिला। जहां लॉकडाउन के बीच अभी भी मजदूर तबके के लोग इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। कानपुर के बड़े चौराहे पर एक मजदूरों का ग्रुप मिला। ये लोग शहर की एक कंपनी में काम करते थे, लेकिन बंदी के बाद से भूखे भटक रहे हैं। ये लोग डीएम और पुलिस से इन्हें मेरठ भेजने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इनको प्रशासन ने मेरठ भेजने से मना कर दिया। ऐसे में जब इनसे मुलाकात हुई तो इनसे पूरी जानकारी ली और इन्हें नगर निगम का हेल्पलाइन नंबर देकर अधिकारियों को इनकी समस्याओं से अवगत कराया।

नौबत यह है कि ना तो अब उनके लिए नौकरी बची और न ही अपने परिवार के लिए कमा कर कुछ रुपए देने की व्यवस्था बची। ऐसे में जब पूरे देश में आवागमन बंद हो गया है। तो ऐसे में ये लोग ना नौकरी करने के लिए फैक्ट्रियों में जा पा रहे हैं और न वापस अपने घरों में जा पा रहे हैं।ऐसे में वह अपनी इस समस्या किसको अवगत कराएं। 


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Tamanna Bhardwaj

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