निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को 10 रूपये प्रति यूनिट मिलेगी बिजली: वीपी सिंह

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 04:44 PM (IST)

मथुरा: उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह ने कहा है कि निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को कम से कम दस रूपये यूनिट की दर से बिजली मिलेगी। 

सिंह ने गुरूवार को यहां कहा कि निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को कम से कम दस रूपये यूनिट की दर से बिजली मिलेगी तथा निजीकरण में कम्पनियां कितनी घटिया सेवा देती है। इसका उदाहरण आगरा या ग्रेटर नोएडा है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के पीछे उसकी क्या मंशा है। यदि सरकार इसका खुलासा नहीं करती है तो यह समझा जाएगा कि दाल में कुछ काला है। सरकार की यह कार्रवाई निजी कम्पनियों को किसी सुविधा के बदले मुनाफा कमवाने के लिए की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों का ट्रांसफर नहीं हो सकता है उन्हें वीआरएस देकर रिटायर कर दिया जाएगा। स्थानान्तरण से अन्य निगमों में अभियंता, जूनियर इंजीनियर और अन्य कॉमन कैडर के लोग ''सरप्लस'' हो जाएंगे। उच्चतम न्यायालय के पूर्व आदेश के अनुसार फालतू होने पर उस वर्ग के सबसे कनिष्ठ लोगों की छटनी की जाएगी। इसका सबसे अधिक खामियाजा कनिष्ठ बैच के अभियन्ताओं और जूनियर इंजीनियरों को भुगतना होगा। उनकी नौकरी भी जा सकती है तथा उन्हें पेंशन भी नही मिलेगी।

सिंह ने कहा कि संघर्ष समिति की उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष से हुई बातचीत में इस बात का भी खुलासा हो गया है जिन कर्मचारियों का स्थानान्तरण नहीं हो सकता है उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा तथा केवल उन्हें ही पेशन मिल सकेगी जो पेंशन के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के सभी जिलों एक सितंबर से प्रत्येक कार्य दिवस में अपरान्ह चार बजे से पांच बजे तक विरोध सभाएं और प्रदर्शन किए जाएंगे। यह कार्यक्रम कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सोशल दूरी बनाए रखते हुए नियमों के तहत किया जाएगा। यह एक प्रकार से ध्यानाकर्षण कार्यक्रम है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Umakant yadav

Recommended News

Related News

static