35 गायों की मौत के बाद भी बद से बदतर बनी गौशाला, संचालक ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2019 - 05:00 PM (IST)

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 35 गायों की मौत होने के बाद भी करछना क्षेत्र के केचुआ गांव की गौशाला के हालात वैसे के वैसे ही हैं।

वहीं जब गौशाला में जायजा लिया गया तो कई खामियां सामने आई। गांव के बीच में बने इस गौशाला में चालीस से ज्यादा गाय खुले में विश्राम करती नजर आईं।

जिस जगह यह गौवंश विश्राम कर रही थीं उनके सिर के ऊपर कोई टीन शेड भी नहीं था।

हालांकि एक शेड गोवंश के गौशाला में मौजूद दिखा, लेकिन उस टीन शेड के नीचे तादाद से ज्यादा गाय नजर आईं।

हमने जब उनके खाने पर नजर डाली तो केवल भूसा ही दिखाई दिया वह भी सूखा हुआ, ना कोई चोकर ना कोई खरी केवल सूखा भूसा से ही गाय को चारा दिया जा रहा है।

कई गोवंश ऐसे भी दिखाई दिए जिनकी स्थिति बेहद खराब दिखी।

वहीं जब गौशाला संचालक की पत्नी हरि देवी से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार वह सुविधा नहीं दे रही है, जो देनी चाहिए गाय के भोजन पर कहा कि सरकार की तरफ से केवल सूखा भूसा ही दिया जाता है।

जिसके चलते एक गौशाला में गायों को भोजन के लिए इसी पर निर्भर रहना पड़ता है। साथ ही यह भी कहा कि कई गाय खुले में रह रही हैं, यह भी सरकार की कमी है। सूखी घास फूस का छप्पर बनाया गया है जिसमे गाये को बसाया गया है।

बता दें कि ये गौशाला गड्ढे में बनी हुई थी।

इस सिलसिले में जब उत्तरप्रदेश गौसेवा आयोग के सदस्य भोले सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि 30 रुपए प्रति गौवंश देने का प्राविधान है और मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जाएगी। साथ ही किसी गौशाला में ऐसी कमी पाई गई तो करवाई की जाएगी।
 

Tamanna Bhardwaj