BJP महिला विधायक की पूजा-अर्चना से अपवित्र हुआ मंदिर, गंगाजल से धुलवाया

punjabkesari.in Monday, Jul 30, 2018 - 02:45 PM (IST)

हमीरपुरः बुंदेलखंड में आज भी रूढ़िवादी परम्पराओं का कितना बोलबाला है इसका नमूना तब देखने को मिला जब एक प्राचीन देव स्थान भाजपा की महिला विधायक के जाने से अपवित्र हो गया। जिसके बाद देव स्थान को पवित्र करने के लिए पूरे परिसर को गंगा जल से धोया गया और वहां स्थापित प्रतिमा को इलाहाबाद ले जाकर गंगा स्नान कराया गया है। रूढ़िवादिता और अंधविश्वास की इस घटना के बाद से पूरे जिले में चर्चा का माहौल गरमा गया है।

जानिए पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक गत 12 जुलाई को राठ विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी विधायक मनीषा अनुरागी एक स्कूल के कार्यक्रम में शामिल होने आई थीं। इस दौरान उन्होंने आश्रम में पहुंचकर धूम्र ऋषि के मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। जब ग्रामीणों ने महिला विधायक को मंदिर प्रांगण में देखा तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पूरे आश्रम व मंदिर को गंगाजल से धुलवाकर पवित्र किया गया। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने चंदा कर धूम्र ऋषि की प्रतिमा को इलाहाबाद के संगम में स्नान करवाकर फिर से स्थापित किया।

गंगा जल से किया मंदिर पवित्र
कहा जा रहा है कि विधायक मनीषा अनुरागी के मंदिर में प्रवेश करने से सदियों से चली आ रही पुरानी परंपरा टूट गई। जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत ग्रामीणों ने आश्रम को गंगाजल से धोकर पवित्र किया। साथ ही मंदिर में विराजमान धूम्र ऋषि के स्वरूप को फूलों की पालकी में इलाहाबाद ले जाकर संगम स्नान कराया।

मंदिर में महिलाएं वर्जित हैं
इलाके में इस मंदिर और आश्रम को लेकर काफी श्रद्धा है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में दिल से मांगी हर मुराद अवश्य पूरी होती है। आश्रम के अंदर महिलाओं के जाने पर रोक है। जिसके चलते वहां पहुंचने वाली महिलाएं बाहर से ही अपनी मन्नतें मांगती हैं। ग्रामीणों की मानें तो अगर आश्रम में महिलाएं अंदर चली गईं तो उन्हें धूम्र ऋषि के कोप भाजन बनना पड़ता है। 

क्या कहना है विधायक का ?
वहीं मामले में विधायक मनीषा अनुरागी ने कहा कि उन्हें इस मान्यता के बारे में पता नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्हें प्राचीन मंदिर के बारे में पता चला तो वे वहां पूजा-पाठ के लिए चली गईं। उनके जाने के बाद मंदिर को गंगाजल से धुलवाकर पवित्र किया गया, यह भी उन्हें नहीं मालूम है। 


 

Ruby