नेताजी के श्रद्धांजलि सभा में बोले, अफजाल अंसारी- मुलायम सिंह नेता नहीं, नेता बनाने की फैक्ट्री थे

punjabkesari.in Friday, Oct 21, 2022 - 07:18 PM (IST)

गाजीपुर: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज पूरे प्रदेश में पार्टी के निर्देश पर श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी क्रम में  गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बसपा सांसद अफजाल अंसारी उनके श्रद्धांजलि सभा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि  मुलयाय सिंह नेता नहीं बल्कि नेता बनाने की फैक्ट्री थे।  उन्होंने बताया कि 1991 में जब उनके ऊपर विपत्ति आई थी और 1993 में उन्होंने मुलायम सिंह यादव के विपक्ष के पार्टी से चुनाव लड़ कर चुनाव जीता था बावजूद इसके नेता जी ने उनकी मदद की उस मामले में जांच कमेटी के रिपोर्ट के बाद जनपद के कई अधिकारियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ था।  बहुजन समाज पार्टी के सांसद नेताजी नेताजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सारे लोगों को विधानसभा लोकसभा तक पहुंचाया जिन्हें ग्राम प्रधान बनने की उम्मीद नहीं थी उन लोगों को विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचाया।  

उन्होंने कहा कि मैं दूसरे पार्टी का विधायक हुआ करता था और 1991 में हमारे ऊपर विपत्ति आई थी 1992 में मुलायम सिंह यादव गाजीपुर में एक विशाल रैली करने आए थे। उन्होंने रैली के दौरान अफजाल अंसारी के मदद की बात कही थी । उस मामले में जांच कमेटी के द्वारा जांच किया गया और जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्यपाल के आदेश पर गाजीपुर के बहुत सारे अधिकारियों को डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ।  उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ऐसे नेता थे कि पक्ष व विपक्ष हर किसी का मदद करने के लिए तत्पर रहा करते थे।

बता दें कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं दिवंगत मुलायम सिंह यादव की आत्मा की शांति के लिए शुक्रवार को यहां उनके पैतृक आवास पर वृंदावन, हरिद्वार, अयोध्या से आए 'महंतों' और 'पंडितों' द्वारा वैदिक रीति से 'शांति पाठ' और 'हवन' किया गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि सपा संस्थापक की मौत के 11वें दिन उनके बेटे अखिलेश यादव, बहू डिंपल यादव और पौत्र की मौजूदगी में यहां रस्में अदा की गयी।

सूत्रों ने बताया कि दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए यादव के भाई अभयराम सिंह, राम गोपाल यादव, राजपाल सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे धर्मेंद्र यादव, प्रतीक यादव, अंकुर उर्फ आदित्य यादव, अंशुल यादव, कार्तिक यादव, अनुराग यादव सहित परिवार के सदस्यों ने शांति यज्ञ और हवन में आहुति दी। मंत्र जाप के बीच परिवार के अन्य सदस्यों और रिश्तेदारों ने भी संस्कार में हिस्सा लिया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि नेताजी तेरहवीं भोज को समाज में कुरीति के रूप में देखते थे, अतः नेताजी की मृत्यु पर तेरहवीं भोज नहीं करने का निर्णय किया गया और उनकी आत्म शुद्धि के लिये शांति पाठ, शांति यज्ञ हवन किया गया। 

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Ramkesh