आगरा: न दवा न डॉक्टर, पौष्टिक आहार से मनोज ने जीती कोरोना की जंग

punjabkesari.in Sunday, May 10, 2020 - 01:57 PM (IST)

आगरा: उत्तर प्रदेश में ताजनगरी आगरा कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को लेकर पहले स्थान पर है। दिन प्रतिदिन इसके संक्रमण से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसी बीच न दवा द डॉक्टर के कस्बा ककुआ के हार्डवेयर व्यवसाई मनोज अग्रवाल ने कोरोना को शिकस्त देकर शनिवार को घर पहुंच गए। गांव वालों ने उनका थाली और ताली बजाकर स्वागत किया। मनोज ने बताया कि वायरस को हराने के लिए उन्हें किसी तरह की दवाई नहीं दी गई। इतना ही नहीं डॉक्टर भी उन्हें देखने नहीं आए। सिर्फ एकांत में रखा गया और पौष्टिक खाना दिया गया।

मनोज की लगातार चार रिपोर्ट आई नेगेटिव
बता दें कि 18 दिन पहले आगरा के मनोज अग्रवाल में कोरोना की पुष्टि हुई थी। उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया। जिसके बाद लगातार उनकी चार रिपोर्ट नेगेटिव आई थीं। मनोज ने बताया कि शनिवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान उन्हें सिर्फ क्वारंटाइन रखा गया। अस्पताल में किसी तरह का इलाज नहीं किया गया। सुबह खाने में चावल या दलिया तथा दोपहर और रात को सादा खाना दिया गया। एक महिला आती थी, जो सफाई आदि करके चली जाती थीं। वही कभी हालचाल पूछ लेती थीं। कोई डॉक्टर देखने नहीं आया। चूंकि कोई दिक्कत नहीं थी, इसलिए किसी तरह की दवा भी नहीं दी गई।

ताली और थाली बजाकर पूरे गांव ने किया स्वागत
मनोज को जब एंबुलेंस से गांव में छोड़ा गया तो ग्रामीण और ककुआ चौकी के पुलिस स्टाफ ने उन्हें उनके घर की चाबी सौंपी। ताली और थाली बजाकर पूरे गांव ने उनका स्वागत किया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके घर को सेनेटाइज कराया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान बलवीर सिंह, पूर्व प्रधान सुखपाल सिंह, चौकी प्रभारी विधान चंद कुशवाहा, हेड कांस्टेबल आमोद तिवारी, दिलीप सहित चौकी का स्टाफ और ग्रामीण मौजूद रहे।

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Umakant yadav