फूलपुर उपचुनावः जेल से निर्दलीय उपचुनाव लड़ने का अतीक अहमद ने किया ऐलान, भरा नामांकन

punjabkesari.in Tuesday, Feb 20, 2018 - 04:23 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियों में राजनीति सरगर्मियां तेज हो गई हैं। पार्टियों के नेता इन सीटों पर अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं 2019 के आगामी लोकसभा चुनावों से पहले होने वाले इन दोनों लोकसभा सीटों के उपचुनाव सभी पार्टियों के लिए साख का सवाल रहने वाला है। खास तौर पर सपा पार्टी के लिए इस उपचुनाव से आगे की दिशा और दशा दोनों ही साफ हो जाएगी। 
निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में किया नामांकन दाखिल 
सपा ने दोनों सीटों पर मजबूत प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। मगर टिकट न मिलने से नाराज समाजवादी पार्टी के बड़े और बाहुबली नेता ने अब पार्टी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। जिसके बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है।
फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव लड़ने का किया एेलान
समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता अतीक अहमद ने फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए बकायदा अतीक की पत्नी ने कलेक्ट्रेट जाकर नामांकन पत्र खरीदा और उसे अतीक अहमद के तरफ से भरकर जमा किया। अतीक की पत्नी के नामांकन पत्र खरीदने पर उसके चुनाव लड़ने की खबरें आ रही थी मगर अतीक अहमद के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने के बाद सारी सूरत साफ़ हो चुकी है। हालांकि इसके पहले विधानसभा चुनाव में अतीक का टिकट काटे जाने के बाद उसने चुनाव नहीं लड़ा था मगर अब फूलपुर के उपचुनाव से मैदान में उतरने से सपा को नुकसान झेलना पड़ सकता है। अब देखना है कि इस उप चुनाव का नतीजा क्या आता है।

जेल से लड़ेंगे उपचुनाव
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर कैंट से बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का टिकट काट दिया था। पिछले करीब साल भर से बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद है। जातीय गणित की बात करें तो फूलपुर में यादव के बाद कुर्मी, लोध और कुशवाहा जातियां सबसे अहम हैं। इनमें लोध बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है। वहीं, केशव मौर्य की कुशवाहा जाति में अच्छी पकड़ मानी जाती है।