गाजीपुर में PM मोदी की रैली के बाद हुए बवाल को लेकर अखिलेश ने BJP पर बोला हमला

punjabkesari.in Sunday, Dec 30, 2018 - 02:48 PM (IST)

लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गाजीपुर में हुई पथराव की घटना पर बीजेपी को जमकर घेरा। बता दें कि पीएम मोदी के रैली से लौटने के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा किए पथराव में एक सिपाही की मौत हो गई थी। अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना इसलिए घटी क्योंकि सीएम सदन में हो या मंच पर उनकी एक ही भाषा है ‘ठोक दो’। उन्होंने कहा कि कभी पुलिस को समझ नहीं आता कि किसे ठोकना है और कभी जनता को नहीं समझ आता कि किसे ठोकना है।

यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘ठोको नीति’ पर चल रहे पुलिस अफसर मुठभेड़ करके अपनी तैनाती बचा रहे हैं। अखिलेश ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर जगह अपनी ठोको (एनकाउंटर) नीति की वकालत करते हैं। इसके चलते अब अफसरों में एक चलन चल पड़ा है। जब उन्हें तबादले की आशंका होती है, वह एक एनकाउंटर कर देते हैं। उनकी देखा देखी छोटे अफसरों को भी मौका मिल जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में समाज में इतनी नफरत फैल चुकी है कि जगह जगह हिंसक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जगह-जगह बेटियों के साथ अन्याय और अपराध हो रहे हैं। इसकी चर्चा विदेशी मंचों पर भी हो रही है। हमें दुनिया के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है कि हम अपनी बेटियों के साथ कैसा बर्ताव करते हैं।

सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस वक्त सरकार भाजपा नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चला रहा है। सरकार ने दो शपथ ले रखी है। एक संघ की और दूसरी संविधान की, लेकिन यह दोनों ही शपथ परस्पर विपरीत हैं। अखिलेश ने भाजपा के वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव के संकल्प पत्र में लिखे अनेक वादों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अपने करीब पौने 2 साल के कार्यकाल में इनमें से ही एक भी वादा पूरा करना करना तो दूर उस पर काम तक शुरू नहीं कर सकी है। उन्होंने खासकर भाजपा द्वारा किसानों से किए गए वादों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इस कदर वादाखिलाफी की है कि अब तक 50 लाख किसानों को खेती छोड़कर मजदूरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। केंद्र की भाजपा सरकार के कार्यकाल में अब तक 60 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं।

अखिलेश ने कहा कि वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद भाजपा ने भूमि अधिग्रहण कानून को बदलना चाहा था ताकि किसानों की जमीन को छीन कर बड़े उद्योगपतियों को दी जा सके लेकिन कड़े विरोध के कारण ऐसा नहीं हो सका। अगर भाजपा वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में दोबारा सत्ता में आई तो वह यह काम जरूर कर सकती है। सपा मुखिया ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह कदम बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी और एफडीआई से अब तक 7 करोड़ दुकानदार बेरोजगार हो चुके हैं। अखिलेश ने सभी को नव वर्ष की बधाई देने के साथ साथ यह भी कहा कि वर्ष 2019 में देश को नया प्रधानमंत्री मिलने वाला है, इसके लिए भी बधाई।

Anil Kapoor