मोदी के महामिलावटी बयान पर अखिलेश का कटाक्ष-कौन कहां मिट जाएगा किसी को पता नहीं

punjabkesari.in Friday, Feb 08, 2019 - 03:04 PM (IST)

लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महामिलावटी गठबंधन के बयान पर कटाक्ष करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह ऐसी महामिलावट है कि कौन कहां मिट जाएगा, किसी को पता नहीं है।

सबको पता है कि कौन चोर है और कौन चौकीदार
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किए गए तंज पर अखिलेश ने कहा कि सबको पता है कि कौन चोर है और कौन चौकीदार है। हालांकि, इस तरह की भाषा सपा के शब्दकोष में नहीं है। समाजवादी सबका सम्मान करते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ महागठबंधन में शामिल होने की किसी भी संभावना को उन्होंने सिरे से नकार दिया।

योगी सरकार के बजट को अखिलेश ने बताया छलावा
गुरुवार को पेश किए गए बजट को छलावा करार देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार की योजनाओं पर बीजेपी अपने नाम की पट्टी लगाकर जनता को धोखा दे रही है। बिजली के क्षेत्र में इस सरकार ने एक भी यूनिट बिजली का इंतजाम नहीं किया। मेट्रो रेल परियोजनाए उनकी सरकार ने शुरू की थी जिसे धीमी गति से आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार को चुनाव के समय जारी संकल्प पत्र में अमल करने की जरूरत है, लेकिन विंडबना यह है कि सरकार बनने के साथ ही बीजेपी के लोगों को संकल्प पत्र में किए गए वादे याद नहीं है। गन्ना किसानों को 14 दिन के अंदर बकाये के भुगतान की बात सरकार ने की थी मगर आज भी किसान अपनी उपज का दाम पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।

गौ-संरक्षण के नाम पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी चरम पर
अखिलेश ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर 4 लाख, 70 हजार करोड़ के एमओयू साइन होने की बात हवा हवाई साबित हुई है। इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर करोड़ों फूंकने के बावजूद राज्य में एक लाख करोड़ तक का निवेश अब तक नहीं आ सका है। कानून व्यवस्था के नाम पर यह सरकार नकारा साबित हुई है। गौ संरक्षण के नाम पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी चरम पर है। राज्य में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। व्यापारी, युवा, किसान, मजदूर और महिलाओं समेत राज्य का हर तबका बीजेपी से परेशान है और यही वजह लोकसभा चुनाव में उसके पतन का कारक बनेगा।

6 लोगों ने हासिल की सपा की सदस्यता
उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण रोस्टर सिस्टम का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि सपा रोस्टर सिस्टम के पूरी तरह खिलाफ है। कुंभ में उन्होंने गंगा स्नान के समय संकल्प लिया था कि यदि उनकी पार्टी को मौका मिलेगा तो जातीय आंकड़े लाए जाएंगे और सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा। बता दें कि, इससे पहले पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर, व्यापारी नेता रामबाबू रस्तोगी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष नदीम अंसारी एवं अखिलेश कटियार समेत 6 लोगों ने सपा की प्राथमिक सदस्यता हासिल की।

 

Deepika Rajput