अखिलेश ने योगी पर किया पलटवार, कहा-सांप और छछुंदर कहने वाले सदन में दिखे गूंगे

punjabkesari.in Wednesday, Mar 07, 2018 - 07:32 PM (IST)

लखनऊः जैसे-जैसे लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे सभी पार्टियां जीत हासिल करने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपना रहीं हैं। उपचुनाव से पहले एक तरफ जहां सपा-बसपा एक साथ हो गई है तो वहीं सत्तारूढ़ सरकार विपक्ष पर निशाना साध रही है। जिसके चलते सीएम योगी ने सपा-बसपा के साथ को सांप और छछुंदर कह दिया था। जिस पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि लोग सांप और छछुंदर की बात करते हैं, उन्हे सदन में गूंगा बना देखा है, आंसू छलकते देखा है।

जानकारी के मुताबिक बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चंपा देवी पार्क में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगे। साथ ही बीजेपी पर जमकर हमले किए। जनसभा को संबोधित करते हुए सपा के  अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग अब सांप और छछुंदर बन गए। जो लोग सांप और छछुंदर की बात करते हैं, उन्हे सदन में गूंगा बना देखा है, आंसू छलकते देखा है। जब से बसपा ने समर्थन दिया है, तब से हम सांप और छछुंदर हो गए हैं।

थोड़ा सावधान रहने की जरूरत 
अखिलेश ने कहा कि जब सब कुछ आधार से जोड़ रहे हैं तो हम लोगों को भी आधार से जोड़ दें। टोपी के लिए क्या कहा गया है सदन में? ये लड़ाई दिमाग की है। थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। पांच साल में हमने बिजली बनाई है, इन्होंने कुछ नहीं किया। बीजेपी ने एक यूनिट बिजली नहीं बनाई है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार और बढ़ गया है। गरीबों का पैसा बैंकों में जमा करवा कर कुछ लोगों को दे दिया गया। हम पर आरोप था कि हमारे रिश्तेदार थाने चलाते थे। अब कौन लोग थाने चला रहे हैं?

जनता की ताकत कम नहीं
अखिलेश ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कुशीनगर एयरपोर्ट का इस सरकार में क्या हाल है? ये लोग काम से हमारा मुकाबला नहीं कर सकते हैं। इन लोगों से समाजवादी पेंशन छीन ली। अखिलेश ने कहा कि 2022 में हमारी सरकार बनेगी तो 2000 रुपए पेंशन देंगे। उन्होंने पूछा कि कितनों के खातों में 15 लाख रुपया आया, किसानों के कर्जमाफी में धोखा किया गया। जो सरकार 500 बेड नहीं बनवा पा रही है, वह एम्स क्या बनवाएगी। अखिलेश ने कहा कि हमारी सरकार आयेगी तो मेडिकल कालेज कांड की जांच करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये मामूली चुनाव नहीं है। विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है। अब चोर-चोर मौसेरे भाई, सांप-छछुंदर की भाषा बोली जा रही है। जनता निकलती है तो कोई ताकत काम नहीं करती है।