मैनपुरी चुनाव जीतने के बाद पहली बार बांके बिहारी मंदिर पहुंचे अखिलेश-डिंपल, लगाया 56 भोग

punjabkesari.in Monday, Dec 12, 2022 - 11:02 AM (IST)

मथुरा: मैनपुरी उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पत्नी डिंपल यादव के साथ अचानक रविवार की देर शाम वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने ठा. बांके बिहारी मंदिर में हाजिरी लगाई और पूजा-अर्चना की। साथ ही अखिलेश ने बांके बिहारी मंदिर में 56 भोग लगाया।

अखिलेश-डिंपल ने की बांके बिहारी मंदिर में पूजा अर्चना
बांके बिहारी मंदिर पहुंचे अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने बांके बिहारी मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की। मंदिर के सेवायत गोपी गोस्वामी और श्री नाथ गोस्वामी ने उनको पूजा अर्चना कराई। इस दौरान अखिलेश यादव ने भगवान बांके बिहारी के समक्ष 5 दीपक सवा सवा किलो घी के भी जलाए। इसके भगवान बांके बिहारी को माला अर्पित की गई। उन्होंने भगवान बांके बिहारी को 56 भोग की 21 डलिया अर्पित की।

भगवान बांके बिहारी के दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से जब सवाल पूछा गया कि उन्होंने भगवान से क्या मांगा? इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह जो मांगने आते हैं भगवान बांके बिहारी के सामने पहुंचते ही भूल जाते हैं। कहा कि वह बचपन से वृंदावन आ रहे हैं, लेकिन तब लोग उनको नहीं पहचानते थे। अब वह आते हैं तो लोग गिनती करते हैं कि कितनी बार आ गए।

भाजपा देश में नफरत फैलाने का काम कर रही है-अखिलेश 
भाजपा और बसपा को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि नेताजी के देहांत के बाद लोगों ने डिंपल को रिकॉर्ड मतों से सांसद बनाया। हम आभारी हैं। मैं बचपन से वृंदावन आता रहा हूं, मगर अब आता हूं तो लोग पूछते हैं कि कितनी बार आए आप? ये उन्होंने एक शख्स के सवाल पर हंसते हुए कहा था। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में नफरत फैलाने का काम कर रही है। लोगों को उनकी स्ट्रैटजी को समझना होगा।

'जिस समय वोट चाहिए था चना दे रहे थे, रिफाइंड दे रहे थे, गेहूं दे रहे थे...'
सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस धरती ने लोगों को जोड़ा, भाजपा नफरत फैलाने वाली पार्टी है। इस धरती ने प्रेम और प्रेम का संदेश दिया है। प्रभु श्री कृष्ण का यही संदेश रहा लोग जुड़े आपस में प्रेम से रहें लेकिन भारतीय जनता पार्टी का रास्ता अलग है वह नफरत कर राजनीति करना चाहती है। वो कुछ लोगों को अमीर बनाना चाहते हैं और सब को गरीब बनाना चाहते हैं।जिस समय वोट चाहिए था चना दे रहे थे, रिफाइंड दे रहे थे, गेहूं दे रहे थे। वोट मिल गया सब साफ कर दिया। मैनपुरी और खतौली में नाराजगी देखी और उन्होंने रामपुर में तो बेइमानी की। अधिकारियों को लगाकर फोर्स लगाकर वोट नहीं पड़ने दिया और जीत गए। 


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj