खुद पर दर्ज मुकदमों को अखिलेश ने लिया था वापस, CM योगी ने साधा निशाना

punjabkesari.in Friday, Mar 03, 2023 - 12:02 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर अपराधियों और देशद्रेहियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूसरों को नसीहत देने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में खुद पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने का काम किया था। विधानपरिषद में बजट सत्र को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि 2016 में अखिलेश यादव ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को अपने ही हस्ताक्षर से वापस लेने का काम किया था, जबकि वो मुकदमा चुनाव आयोग की ओर से दर्ज कराया गया था और उसे बिना आयोग की अनुमति के नहीं हटाया जा सकता था। ये लोग दूसरों को नसीहत देते हैं मगर खुद के कारनामे नहीं देखते।

योगी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर किया पलटवार
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अक्सर प्रदेश सरकार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने का आरोप लगाते हैं। योगी ने अखिलेश पर पलटवार करते हुए कहा, “लेकिन यह सच है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद पर दर्ज मुकदमे को वर्ष 2016 में अपने हस्ताक्षर से वापस लेने का काम किया था। यह मुकदमा वापस कैसे हुआ, हमें तो आश्चर्य होता है, क्योंकि चुनाव आयोग द्वारा दायर किया गया मुकदमा वापस हो ही नहीं सकता था।”

समाजवादी पार्टी की सरकार में क्या होता था: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह आयोग की इजाजत के बगैर नहीं हो सकता था, लेकिन उन्होंने (योगी ने) यह मुकदमा वापस लिया था और वह दूसरों को उपदेश देते हैं।” योगी ने आरोप लगाया, “समाजवादी पार्टी की सरकार में क्या होता था। अपराधी तो सरकार के सरपरस्त थे ही, देशद्रोहियों और आतंकवादियों के मुकदमे भी वापस लिए जाते थे। लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, बिजनौर, कानपुर और रामपुर में उन अपराधियों और आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेने का दुस्साहस भी समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया था।” उन्होंने कहा, “उच्च न्यायालय को यह टिप्पणी करनी पड़ी थी कि आज आप आतंकवादियों के मुकदमों को वापस ले रहे हैं, कल इन्हें पद्म पुरस्कार देने का काम भी करेंगे।

 

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Mamta Yadav