कांशीराम की मूर्ति लगाकर नाटक कर रहे हैं अखिलेश, अगर सम्मान करते तो उनके नाम पर बने जिले को हटाकर अपमान नहीं करतेः विश्वनाथ पाल

punjabkesari.in Saturday, Apr 08, 2023 - 06:18 PM (IST)

लखनऊः यूपी निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी ने भी मजबूती से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि बहन मायावती का आदेश है कि होने वाले निकाय चुनाव, नगर पंचायत, नगर पार्षद के चुनाव मजबूती से लड़ करके आओ। निश्चित तौर पर इसका लाभ मिलेगा। बहुजन समाज पार्टी के लोग बहुत मजबूती से तैयारी कर रहे हैं।

ओबीसी आरक्षण का लाभ भाजपा को नहीं मिलेगा
क्या ओबीसी आरक्षण का लाभ भाजपा को मिलेगा के सवाल पर विश्वनाथ पाल ने कहा कि कहा कि भाजपा को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। पिछड़ा समाज समझता है कि भाजपा के लोग पहले ही सही रूप में आरक्षण लागू कर दिए होते तो किसी को कोर्ट नहीं जाना पड़ता। जब कोई कोर्ट ही नहीं जाता तो ये फैसला ही नहीं आता तो भाजपा को इतना लंबा नाटक भी नहीं करना पड़ता। अगर पहले ही सही तरीके से आरक्षण दे दिए होते तो न सर्वे कराना पड़ता और न ही कमेटी बनानी पड़ती। इतना लेट भी नहीं होता, ओबीसी समाज इसे समझ रहा है। भाजपा के लोगों ने पिछड़े समाज के लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया था। ये नाटक भी इसलिए कर रहे थे कि सहानुभूति मिले इससे उनको और नुकसान होगा।

स्वामी प्रसाद मौर्य बहुत बड़े मौसम वैज्ञानिक बनते हैं
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कहा कि उनका बड़बोलापन है। जब वह बहुजन समाज पार्टी में थे, जब यूपी में सरकार बनी थी तबभी ये चुनाव हार गए थे। जो खुद चुनाव हार गया वह क्या बताएगा। ये बोल रहे थे कि हम जहां भी जाते हैं वहीं सरकार बनती है। बहुत बड़े मौसम वैज्ञानिक बनते हैं। अभी समाजवादी पार्टी में गए हैं सरकार बनाने, सरकार नहीं बनी जबकि खुद ही हार गए। अखिलेश यादव को धन्यवाद दें कि उन्होंने इनको एमएलसी बना दिया। इनको कोई पूछने वाला नहीं था इसलिए अनाप-शनाप बयान देकर चर्चा में आने का काम किया है। इनके बयान से कोई मतलब नहीं है। कोई एससी-एसटी, पिछड़ा इनके साथ जाने वाला नहीं है।



मुस्लिम समाज पूरी तरह से बसपा के साथ
पाल ने कहा कि आज मुस्लिम समाज पूरी तरह से बसपा के साथ आ रहा है क्योंकि उसको लग रहा है कि जिस बीजेपी ने पूरे देश को मंहगाई के नाम पर परेशान कर रखा है। छात्र रोजगार के नाम पर, किसानों को लागत नहीं मिल रही, छोटे-बड़े व्यापारी परेशान हैं। वह सब बीजेपी से निजात पाना चाहते हैं। उसके लिए एक ही विकल्प दिखाई पड़ रहा बहुजन समाज पार्टी जिसके पास 26 प्रतिशत वोट है। मुस्लिम भी सोच रहा है कि अगर हम 26 प्रतिशत वोट में अपना वोट मिलाएंगे, किसान व्यापारी भी सोच रहा है तो निश्चित है कि भाजपा को हराया जा सकता है। अगर भाजपा को कोई हरा सकता है कि उसका सिर्फ एक ही विकल्प है बीएसपी।


कांशीराम के नाम पर नाटक कर रहे हैं अखिलेश यादव
पाल ने कहा कि बसपा ने जिन महापुरुषों को सम्मान दिया था उसमें मान्यवर कांशीराम जी भी हैं। बहन मायावती ने एटा जिले को बदलकर मान्यवर कांशीराम के नाम पर रखा था। अगर अखिलेश यादव के दिल में उनके लिए जरा सा भी सम्मान होता तो उनके नाम से बने जिले को खत्म करने मान्यर साहब का अपमान नहीं करते। 15 मार्च को मान्यवर साहब का जन्मदिन था। उस दिन अखिलेश यादव का उनके लिए एक ट्वीट तक नहीं आता। अब उनकी मूर्ति लगाने का जो नाटक कर रहे हैं उसे बसपा और बहुजन समाज के लोग समझ रहे हैं। इनके इस नाटक से कोई भी जाने वाला नहीं है। पिछड़े समाज के छात्रपति शाहू जी महाराज नगर का नाम अखिलेश ने खत्म कर दिया जिससे पूरा पिछड़ा समाज आहत है। पिछड़ा समाज में इसलिए गुस्सा है कि ये पिछड़े समाज के तो हैं लेकिन उनके लिए कोई काम नहीं किया।

Content Writer

Ajay kumar