महिला सुरक्षा के मुद्दे पर अखिलेश ने उठाए सवाल, कहा- कई घटनाएं परेशान करने वाली, सरकार उठाए कड़े कदम
punjabkesari.in Thursday, Sep 22, 2022 - 12:59 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन सदन में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल उठाएं। उन्होंने कहा कि हम सब पर सब की जिम्मेदारी है कि महिलाओं पर हो रही घटनाओं को रोके। उन्होंने कहा कि कुछ घटनाएं ऐसी हुई है जो हम लोगों को परेशान करती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में हुए भी कुछ घटना हुई है। विधानसभा में आज महिलाओं को विशेष रूप से बोलने का अधिकार दिया गया। सीएम योगी कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ कि जब विधानसभा में महिलाओं को बोलने का मौका मिल रहा है।
नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' में एक नए युग का सूत्रपात
सीएम ने कहा कि मिशन शक्ति, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, सरकारी नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी जैसे अनेक युगांतरकारी प्रयासों ने नारी शक्ति के समग्र सशक्तिकरण को नए आयाम प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा के वर्तमान मानसून सत्र में आज प्रदेश के दोनों विधायी सदन महिला सदस्यों को समर्पित होंगे। देश के संवैधानिक इतिहास में संभवत ऐसा पहली बार हो रहा है। आज 'नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' में एक नए युग का सूत्रपात हो रहा है। हमारी सरकार में कुछ घटनाएं हुई है।
महिलाओं के लिये विशेष सत्र आहूत किया गया
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आज के दिन को महिला विधायकों के लिए यादगार बताते हुए कहा कि आजादी के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश की विधान सभा में ऐसा सत्र होगा जिसमें सिफर् महिलाओं के लिये विशेष सत्र आहूत किया गया हो। इस सत्र के दौरान दोनों सदनों में सभी विधायकों को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। इस सत्र में बोलने का अवसर सिफर् महिला सदस्यों को मिलेगा। प्रत्येक महिला सदस्य को बोलने के लिये 3 से 8 मिनट का समय मिलेगा। इस सत्र के लिये 150 महिलाओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। आमंत्रित महिलायें विधान सभा मंडप की 4 दर्शक दीर्घाओं में बैठकर इस पल की गवाह बनेंगी।
विधान सभा में 47 और विधान परिषद में 06 महिला सदस्य
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने इस सत्र के लिये दोनों सदनों की सभी महिला विधायकों को पत्र लिख कर सदन में उपस्थित रहने और अपनी बात रखने का अनुरोध किया था। इस समय विधान सभा में 47 और विधान परिषद में 06 महिला सदस्य विशेष सत्र में अपनी बात रखेंगी। योगी ने पत्र में कहा कि महिलाओं के लिये आयोजित विशेष सत्र, उत्तर प्रदेश विधान मंडल में ‘महिला शक्ति' के नाम समर्पित होगा। इस सत्र में राज्य सरकार की तरफ से महिला सशक्तिकरण के लिये चलाये जा रहे ‘मिशन शक्ति' के अंतर्गत किये गये कार्यों को रखा जायेगा।