VIDEO: राज्यसभा में अखिलेश को मिला धोखा, जयंत ने भी नहीं दिया साथ, छलका दर्द, बोले- पूछूंगा क्यों चले गए थे

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 02:23 PM (IST)

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जयंत चौधरी ने पाला बदल लिया... जब से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है... उसके बाद से ही जयंत चौधरी का मन भी बदल गया है... भारत रत्न देने के ऐलान के साथ ही जयंत चौधरी ने कहा था की पीएम ने 'दिल' जीत लिया... केंद्र सरकार की घोषणा के साथ रालोद और बीजेपी में गठबंधन की चर्चा तेज हो गई थी... सियासी पंडितों का अनुमान है कि दोनों पार्टियों में अब लोकसभा सीट बंटवारे की भी जल्द तस्वीर साफ हो सकती है, लेकिन इसी बीच राज्यसभा का चुनाव हुआ... जिसमें RLD ने खुले तौर पर बीजेपी के प्रत्याशियों का समर्थन किया और राज्यसभा में बीजेपी के 8 प्रत्याशी बहुत आसानी से जीत गए... और सपा का एक प्रत्याशी चुनाव हार गया... क्योंकि RLD के 9 विधायक और खुद सपा के 7 विधायकों ने पाला बदल लिया।

यूपी में अखिलेश और जयंत की दोस्ती टूट गई... अखिलेश ने इसके बाद कहा भी कि लाभ लेने वाले लाभ लेकर चले गए.... इतना ही अखिलेश ने जिस- जिसके ऊपर भरोसा जताया उसके ही अखिलेश को आगे जाकर साथ छोड़ दिया... फिर चाहे जयंत चौधरी हो या फिर ओपी राजभर या फिर अखिलेश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते वाले मनोज पांडे... हर किसी ने बदलते वक्त के साथ अखिलेश को छोड़ दिया। लेकिन अब इन मामलों में अखिलेश यादव का दर्द छलका है.... अखिलेश यादव जहां पहले तो जयंत चौधरी के सवाल पर काफी भावुक नजर आए और कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.... उसके बाद उनसे दोबारा 'चवन्नी' वाले बयान पर सवाल किया गया तो अखिलेश यादव ने कहा कि जयंत चौधरी के साथ दोबारा होने पर पूछूंगा कि क्यों चले गए थे... पाला बदलने के बीच जयंत चौधरी का चवन्नी वाला बयान जबरदस्त वायरल हुआ था।

2022 विधानसभा चुनाव में अखिलेश और RLD के बीच गठबंधन हुआ था... इसी दौरान जयंत चौधरी ने कहा था कि ‘मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो पलट जाऊंगा’….  दरअसल अखिलेश यादव एक निजी चैनल में पहुंचे थे... जहां उन्होंने ये बयान दिया.... इतना ही नहीं अखिलेश यादव से जयंत चौधरी की दोस्ती पर सवाल पूछा गया.... तो उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत होती है... मैंने रालोद के विधायकों से वादा किया था... उन्होंने कहा कि एक-एक विधायक ने साथ देने का आश्वासन दिया था... 9 विधायक होने के बावजूद जयंत चौधरी को राज्यसभा भिजवाने का काम किया... लेकिन इस बार के राज्यसभा चुनाव में रालोद का साथ नहीं मिलने पर अखिलेश यादव ने कहा कि 9 वोट मिलने से सपा के राज्यसभा उम्मीदवार की जीत हो जाती… लेकिन कोई नहीं जब हम फिर से मिलेंगे तो पूछूंगा की क्यों चले गए थे।

बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान RLD और SP में गठबंधन हुआ था... जिसमें अखिलेश यादव और जयंत चौधरी दोनों ने एक पोटली हाथ में रखकर बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की कसम खाई थी... लेकिन 2024 आते- आते अब खुद जयंत चौधरी NDA के साथ हो लिए.... खैर अब देखना होगा की आने वाले वक्त में क्या दोबार जयंत चौधरी पाला बदलकर सपा के साथ आते हैं या नहीं।

Content Editor

Anil Kapoor