योगी के 4 साल पूरे होने पर अखिलेश का तंज, कहा- 'ठग का साथ, ठग का विकास, ठग का विश्वास, ठग का प्रयास
punjabkesari.in Sunday, Sep 19, 2021 - 12:58 PM (IST)
लखनऊ: योगी सरकार (Uttar Pradesh) के साढ़े चार साल का कार्यकाल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जोरदार हमला किया है। अखिलेश कहा कि, सरकार को दंभी सरकार बताते हुए कहा कि ये जुमलेबाज सरकार है। यही नहीं, उन्होंने कहा कि नहीं चाहिए ऐसी सरकार जिसका सच है, ठग का साथ, ठग का विकास, ठग का विश्वास, ठग का प्रयास।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि चौवन गुज़रे, छह महीने बचे इस दंभी सरकार के किसान, ग़रीब, महिला व युवा पर अत्याचार के बेरोज़गारी, महंगाई, नफ़रत व ठप्प कारोबार के बहकावे, फुसलावेवाली, जुमलेबाज़ सरकार के नहीं चाहिए ऐसी सरकार, जिसका सच है: ठगका साथ, ठगका विकास, ठगका विश्वास, ठगका प्रयास।
साजिशन जनहित से इतर मुद्दों को हवा देती है बीजेपी
अखिलेश ने इससे पहले कहा कि भाजपा झूठे वादों से भ्रमित करती है और साजिशन जनहित से इतर मुद्दों को हवा देती है। यादव ने शनिवार को कहा कि भाजपा के राजनीतिक स्वार्थ साधन का एजेंडा वैक्सीनेशन को भी ‘इवेंट' बना देना है। प्रधानमंत्री के जन्मदिन को ‘विकास उत्सव‘ बनाकर भाजपा कौन संदेश देना चाहती है। शुरू से ही भाजपा की नीयत राजनीतिक स्वार्थपूर्ति की दिखाई दी है। वैक्सीनेशन को भी भाजपाई रंग देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो लगाई जा रही है। यह वैक्सीनेशन अभियान तो कोविड संक्रमण से बचाव के लिए राष्ट्रीय अभियान के रूप में चलाने की बात थी तो उसमें राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाता तो इसकी गरिमा बढ़ती। विश्व के किसी भी देश में वैक्सीनेशन के अभियान में वहां के प्रधानमंत्री या राष्ट्राध्यक्ष का चित्र नहीं लगा फिर भारत में यह नया खेल किस राजनीतिक उद्देश्य से किया जा रहा है।
यह जनता के पैसे की वैक्सीन है- अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि यह जनता के पैसे की वैक्सीन है। देश में जब 2.5 करोड़ प्रतिदिन वैक्सीन लगने की क्षमता है तो रोज लगती क्यों नहीं। समाजवादी सरकार के समय बने लोकभवन, इकाना स्टेडियम, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, कैंसर अस्पताल, मेट्रो रेल, लोहिया आवास आदि किए गए विकासकार्यों में समाजवादी सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने अपने चित्र नहीं लगवाए थे। भाजपा की राजनीतिक शुचिता, नैतिक मर्यादाओं और लोकतंत्र की स्वस्थ परम्पराओं के प्रति कोई आस्था नहीं है। भाजपा को लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ मंहगा पड़ेगा।