अखिलेश बोले- जो भाजपा का मुकाबला कर रहे हैं उन दलों का सहयोग करें राष्ट्रीय दल

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2023 - 07:08 PM (IST)

लखनऊ: आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में शामिल समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय दलों को प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मजबूती से मुकाबला कर रहे क्षेत्रीय दलों का सहयोग करना चाहिए। यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर अपने 'झूठे आंकड़ों' को सही साबित करने के लिए एक विदेशी कंपनी को कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये देने का आरोप भी लगाया। अखिलेश ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त किए जाने के खिलाफ उनकी पार्टी द्वारा पूरे देश में सत्याग्रह किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘‘मैं बधाई देना चाहता हूं कि वह सत्याग्रह और रफ्तार से मनाएं।'' उन्होंने एक अन्य सवाल पर राष्ट्रीय दलों को संदेश देते हुए कहा, ‘‘सवाल राहुल गांधी के साथ सहानुभूति का नहीं बल्कि इस बात का है कि देश का लोकतंत्र और संविधान बचेगा कि नहीं। हम किसी दल को सहानुभूति नहीं दे सकते, लेकिन यह कह सकते हैं कि प्रदेश में जो मजबूती से भाजपा का मुकाबला कर रहे हैं उन दलों का सहयोग और मदद उन राष्ट्रीय दलों को करना चाहिए।

हमारी प्रथामिकाता भजाप हारे
 सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन राष्ट्रीय दलों को यह भूल जाना चाहिए कि क्षेत्रीय दल उनका कोई नुकसान कर रहे हैं। अगर कभी क्षेत्रीय दलों का नुकसान हुआ है तो दिल्ली की सरकारों ने हमेशा उनका नुकसान किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ आज सीबीआई(केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आयकर विभाग क्षेत्रीय दलों को निशाना बना रहे हैं। चाहे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) हों, (राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख)लालू प्रसाद यादव जी हों, (तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे.)जयललिता रही हों, चाहे आज (तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ए के) स्टालिन हों, केसीआर (के चंद्रशेखर राव) हों, चाहे दिल्ली की आम आदमी पार्टी हो। इसलिए राष्ट्रीय पार्टियों के लिए क्षेत्रीय पार्टियां खतरा नहीं है बल्कि स्थिति यह आ गई है कि क्षेत्रीय पार्टियां राष्ट्रीय पार्टियों का मुकाबला करेंगी।'' उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा, ‘‘गठबंधन बनाना हमारा काम नहीं है। गठबंधन के साथ सहयोग करना हमारा काम है। हमारी प्राथमिकता है कि भाजपा हारे।''

जो दल क्षेत्र में मजबूत हैं, उसे आगे आकर भाजपा से मुकाबला करना चाहिए
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘जो दल हमारे साथ गठबंधन में हैं, हम उन्हें साथ लेकर चलेंगे और राष्ट्रीय दल जो भाजपा से लड़ना चाहते हैं और उन्हें यह लगता है कि फलां दल मजबूत है और यह भाजपा का मुकाबला कर सकता है तो उसे उसकी मदद करनी चाहिए। '' उ​​न्होंने कहा, ‘‘मैं याद दिलाना चाहता हूं कि जब (बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड नेता)नीतीश कुमार कई दलों के नेताओं से मिले थे तो उन्होंने यही कहा था कि जो दल क्षेत्र में मजबूत हैं, उसे आगे आकर भाजपा से मुकाबला करना चाहिए और उसी के नेतृत्व में आगे बढ़ना चाहिए।'' बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को भी साथ लेने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जिन दलों के साथ अनुभव हो चुका है उनको जल्दी नहीं लेंगे।'' यादव ने एक अन्य सवाल पर कहा, ‘‘अब सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए कोई जेपी (जयप्रकाश नारायण) होगा या नहीं होगा यह तो नहीं पता लेकिन आंदोलन और जो संघर्ष का रास्ता जेपी ने दिखाया; मैं समझता हूं उस दिशा में जनता मदद करेगी।''

80 में से कम से कम 40 सीटों पर जीत हासिल करेगी सपा
यादव ने एक सवाल पर कहा, ‘‘भाजपा कोई दल नहीं है बल्कि न जाने कैसा संगठन है। सवाल यह नहीं है कि सांप्रदायिक कौन है। हमारे देश का पढ़ा-लिखा और जागरूक वर्ग अगर सांप्रदायिक हो जाए और वह झूठ को सच मानने लगे तो उससे बड़ा खतरा समाज और लोकतंत्र को कोई नहीं हो सकता। आज हम उस स्थिति में पहुंच गए हैं।'' उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी आगामी पांच जून तक प्रदेश के हर लोकसभा क्षेत्र में प्रत्येक बूथ पर अपना संगठन तैयार कर लेगी और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का मजबूती से मुकाबला करेगी। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने इस अवसर पर कहा कि हाल ही में कोलकाता में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से कम से कम 40 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

 विकास के झूठे दावे और आंकड़े पेश कर रही भाजपा
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर विकास के झूठे दावे और आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बजट भाषण में प्रदेश की विकास दर 16.9 प्रतिशत बताई गई। सरकार जो यह झूठ बोलती है, उसके लिए उसने ‘कंसलटेंट' रखा है कि यह झूठ कैसे सच में बदला जाए। अपना एक झूठ छिपाने के लिए एक कंपनी को 200 करोड़ रुपये सरकार दे रही है। डेलॉइट कंपनी को 200 करोड़ रुपये दिए गए हैं।'' गौरतलब है कि डेलॉइट एक अंतरराष्ट्रीय पेशेवर सेवा नेटवर्क है जिसका मुख्यालय लंदन में है। यह दुनिया की बड़ी अकाउंटिंग फर्म में शामिल है। यह कंपनी ऑडिट, कंसलटिंग, वित्तीय परामर्श, जोखिम संबंधी परामर्श और कानूनी सेवाएं उपलब्ध कराती है। यादव ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल (शनिवार) को अपनी सरकार की छठी (सत्तारूढ़ होने की छठी सालगिरह) मनाते हुए कहा कि प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है। पता नहीं कौन सा अर्थशास्त्री बैठा है जो यह बताता है।'

सारस की जान गई तो इसके लिए सीएम योगी खुद जिम्मेदार होंगे
' उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर नौजवानों को नौकरी नहीं देने का भी आरोप लगाया। यादव ने उत्तर प्रदेश में रोबोटिक्स संयंत्र लगाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘वह कम से कम वह यह बता दें कि जब रोबोटिक्स संयंत्र से बनकर रोबोट निकलेगा तो वह कौन से वस्त्र पहनकर निकलेगा। '' सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मौके पर सारस के साथ दोस्ती कर चर्चा में आए अमेठी जिले के निवासी आरिफ का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सरकार को आरिफ को सारस मित्र मानकर उसका सम्मान करना चाहिए और पुरस्कार देना चाहिए था। मगर आरिफ पर शिकंजा कसा जा रहा है। अगर समाजवादी सरकार होती तो हम ऐसे नौजवान को आगे बढ़ाते।'' उन्होंने कहा कि अगर आरिफ से छीन कर कानपुर चिड़ियाघर भेजे गए सारस की जान गई तो इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद जिम्मेदार होंगे।


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Content Writer

Ramkesh

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