गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव में जीत के बाद अखिलेश ने CM योगी पर साधा निशाना

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 08:00 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फुलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को हराने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुत खुश हैं। उन्होंने सपा उम्मीदवारों की जीत का श्रेय जहां जनता को दिया, वहीं बसपा और अन्य सहयोगी दलों का भी शुक्रिया किया। मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जनता ने भाजपा को बड़ा सबक सिखा दिया है कि वायदा खिलाफी और भय का माहौल प्रदेश में नहीं चलेगा। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी की जनता ने राजनीतिक संकेत भी दिया है।

जानकारी के अनुसार अखिलेश यादव ने इस मौके पर यूपी के सीएम योगी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि योगी कहते थे कि मैं हिंदू हूं और वह ईद नहीं मनाते। यह बात सीएम के मुख से जनता को रास नहीं आई। इतना ही नहीं, योगी ने एनकाउंटरों की बात कहकर प्रदेश में भय का माहौल बना दिया था। अखिलेश यादव ने कहा कि वह दोनों लोकसभा सीटों पर सपा उम्मीदवारों को जिताने के लिए जनता का शुक्रिया करना चाहते हैं। साथ ही इसमें बसपा के समर्थन का भी बड़ा योगदान है। निशाद पार्टी, पीस पार्टी हमारे वामपंथी दल, अजीत सिंह की रालोद ने भी इस चुनाव में साथ दिया।

अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी की सीट गोरखपुर में जीत दर्ज करना बहुत बड़ी बात है। इससे संकेत गया है कि वहां के लोग भी मुख्यमंत्री योगी पर भरोसा नहीं करते हैं। यह सच्चाई भी है कि जनता को रोजगार के नाम पर बेरोजगारी मिली, शांति की बजाए भय का वातावरण मिला। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सीएम योगी ने कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाईं, उससे जनता में गलत संदेश गया। जाति-धर्म के नाम पर बीजेपी ने जो खेल खेला वह जनता को हजम नहीं हो रहा था। भाजपा ने जो बड़े-बड़े वायदे किए, उसमें से एक भी पूरा नहीं किया। ऐसे में जनता ने सबक सिखाना ही उचित समझा।

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि योगी ने तो बसपा-सपा के साथ आने को सांप-छछूंदर का गठजोड़ करार दे दिया। बाद में जब जनता नाराज हुई तो समाजवादी पार्टी को औरंगजेब की पार्टी बना दिया। कुल मिलाकर योगी ने ध्रुवीकरण करने की पूरी कोशिश की। इस खेल में वह विकास करना ही भूल गए। अखिलेश ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक जीत है, सोशल जस्टिस की जीत है। सबसे बड़ी बात जनता की जीत है। जनता किसी दल की वायदाखिलाफी को ज्यादा दिन तक नहीं झेलती है।