तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने पर अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान

punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2019 - 06:20 PM (IST)

बाराबंकी: नामांकन पत्र में त्रुटि पाए जाने पर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन प्रत्याशी तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। जिसपर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार डरी हुई है, वाराणसी की जनता इसका जवाब देगी और आवाज वोट के रूप में सुनाई देगी। उन्होंने तेज बहादुर की नौकरी जाने पर भी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ''जिसने खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाया था उसे सरकार ने नौकरी से निकलवा दिया।

तेज बहादुर तय समय सीमा के अंदर अपना डॉक्यूमेंट नहीं जमा कर पाए जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए नामांकन रद्द कर दिया है। बता दें कि मंगलवार को चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव को नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि तेजबहादुर यादव ने अपने नामांकन के लिए दिए गए हलफनामे में नौकरी से त्यागपत्र के लिए दो अलग-अलग वजह बताई है। चुनाव आयोग ने कल यानि बुधवार को 11 बजे तक जवाब देने के लिए कहा है। साथ ही ये भी हिदायत दी गई है कि अगर मामले को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो नामांकन खारिज हो सकता है।

प्रधानमंत्री नहीं चाहते मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ूं: तेजबहादुर यादव 
पर्चा खारिज होने के बाद तेज बहादुर यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरा पर्चा खारिज कर दिया गया है। कल दोपहर में जिस तरीके से मुझे अचानक यह जानकारी दी गई कि आप को चुनाव आयोग का दिल्ली से एनओसी लाकर देना है वह भी 11:00 बजे तक। उसके बाद यह साफ हो गया था कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि मैं उनके खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ूं। जिस तरह से गठबंधन की तरफ से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद समर्थन मिला है उसके बाद उन्हें डर लगने लगा है कि वह हार जाएंगे। जिसके बाद रणनीति के तहत काम हुआ और अचानक से मुझे पर आरोप लगाकर कि मेरा पर्चा खारिज कर दिया गया जो सच में मेरे ऊपर है ही नहीं। बहादुर का कहना था कि मुझको अनुशासनहीनता के लिए सेना से निकाला गया था ना कि भ्रष्टाचार के आरोप पर फिर भी मेरा पर्चा खारिज हो गया है। अब बनारस से प्रत्याशी शालिनी यादव होंगी या कोई और या अल्लाह कमाल तय करेगा।

 

Ruby