अखिलेश यादव बोले- भारत और संविधान का अपमान है नागरिक संशोधन बिल

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 02:37 PM (IST)

लखनऊः नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अब बवाल मच गया है। सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बिल पेश कर दिया है। जिसका विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही है। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि न किसान की आय दुगनी हुई, न गंगा साफ हुई, न अर्थव्यवस्था में सुधार लाए, न काला धन वापस लाए, न नौकरियां लाए, न बेटियों को बचा पाए, न विकास कर पाए, मैंने पहले कहा था। इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बांटने की है। भारत का और संविधान का अपमान है।

वहीं बसपा पहले ही साफ कर दिया है कि वह इस बिल का विरोध करेगी। इस बारे में बसपा के सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा है कि नागरिक संशोधन बिल के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी संसद के दोनों सदनों में विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि यह बिल भारत के सविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के लिखित संविधान के खिलाफ है। इसलिए बिल का बहुजन समाज पार्टी विरोध करेगी।

बता दें कि अगर नागरिक संशोधन बिल कानून बन जाता है तो पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न के चलते आए हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को लोगों को सीएबी के तहत भारतीय नागरिकता मिल जाएगी।

Tamanna Bhardwaj