अंबेडकर विवि बना घोटालों का गढ़, दो पूर्व कुलपति सहित 19 कर्मचारियों और अधिकारियों की बढ़ी मुश्किलें

punjabkesari.in Wednesday, Sep 05, 2018 - 01:33 PM (IST)

आगराः आगरा का डॉ. भीम रॉव अंबेडकर विश्वविद्यालय घोटालों का गढ़ बन गया है। पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने विश्वविद्यालय के 10 घोटालों की शिकायत विजिलेंस में की थी। जिसके चलते विजिलेंस ने 5 वर्ष की जांच के बाद बुधवार को हरीपर्वत थाने में घोटाले के संबंध में मुकदमा दर्ज करा दिया है। मामला दर्ज होने पर विश्वविद्यालय के दो पूर्व कुलपति सहित 19 कर्मचारियों और अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

जानिए पूरा मामला 
बता दें कि इस घोटालों की रकम करोड़ों में है। पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने 2013 में सुरक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा रिजल्ट में गड़बड़ी घोटाला, पंडाल घोटाला, ट्रांसफर यात्रा पर फर्जी घोटाला, सफाई कर्मचारी भुगतान घोटाला, विश्वविद्यालय फंड इन्वेस्टमेंट घोटाला, फर्नीचर घोटाला, कंप्यूटर खरीद घोटाला सहित अन्य ऐसे घोटालों की शिकायत की थी। जिनमें बिना एग्रीमेंट के या टेंडर के एक ही संस्था को टेंडर दिए गए थे।

किन-किन लोगों के नाम शामिल 
इन घोटालों में विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डीएन जौहर, कुलपति मोहम्मद मुजम्मिल, वित्त अधिकारी राम पटेल सिंह, वित्त अधिकारी अमरचंद सिंह, कुलसचिव डी के पांडे, निदेशक गृह विज्ञान संस्थान भारती सिंह है और पूर्व विभाग के लीडर अमित वर्मा, सहायक कुलसचिव (परीक्षा) अनिल कुमार शुक्ला, भौतिकी विभाग के रीडर बी पी सिंह, उप कुल सचिव (परीक्षा) प्रभात रंजन, डिप्टी रजिस्ट्रार वित्त महेंद्र कुमार, वेबमास्टर  अनुज अवस्थी, कार्यवाहक वित्त अधिकारी बालजी यादव, गृह विज्ञान प्रवक्ता डॉ अनीता चोपड़ा, वित्त अधिकारी राम सागर पांडे, डायरेक्टर राघव नारायण, माइंड लॉजिस्टिक लिमिटेड बेंगलुरु के प्रोजेक्ट मैनेजर शैलेंद्र टंडन,  मीनाक्षी मोहन और बालेश त्रिपाठी के खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल से की गई थी।

दोषियों पर होगी कार्रवाई
इस बारे में एसपी सिटी प्रशांत शर्मा का कहना है, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध विधिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।  


 

Tamanna Bhardwaj