बदहाली का शिकार ताजमहल, US ने कहा- घूमने लायक नहीं

punjabkesari.in Thursday, Jan 04, 2018 - 06:09 PM (IST)

आगरा: दुनिया ने 7वें अजूबे में शामिल ताजमहल को देखने के लिए देश और विदेश से लाखों लोग आते हैं, लेकिन इस बार नए साल की छुट्टियों में भीड़ के कारण हुई बदइंतजामी से ताजमहल की दुनियाभर में बदनामी हो रही है। अब अमेरिकी वेबसाइटों ने ताज को साल 2018 में न घूमने वाला पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल किया है। अमेरिकी ट्रेवल वेबसाइटों ने प्रदूषण व मडपैक के कारण ताज के गुंबद पर पूरे साल पाड़ बंधे होने का हवाला दिया है। पर्यटकों से कहा है कि वह ताज की जगह किसी अन्य स्थल पर जाएं, क्योंकि उन्हें इस साल गुंबद नजर नहीं आ सकेगा।

2018 में न घूमने वाला पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल ताज 
अमेरिकन ट्रेवल वेबसाइट फोडर्स डॉट कॉम ने 10 स्थलों को 2018 में घूमने लायक नहीं बताया है। इसमें ताज तीसरे नंबर पर है, जबकि चीन की दीवार 9वें नंबर पर है। ताजमहल पर प्रदूषण के कारण पीले पन और मडपैक ट्रीटमेंट की जानकारी पर्यटकों को दी गई है। वहीं चीन की दीवार के लिए स्मॉग और प्रदूषण का रेड अलर्ट वजह बताया है। इसके अलावा यूएसए टुडे ने भी ताज को न घूमने लायक टॉप 3 सूची में शामिल किया है। ट्रेवल वेबसाइट ट्रिप एडवाइजर समेत आधा दर्जन वेबसाइटों पर क्रिसमस से लेकर नए साल के बीच ताज पर बदइंतजामी पर प्रतिक्रियाएं दी है।

सबसे अधिक सैलानी अमेरिका और ब्रिटेन से
ताज पर सबसे ज्यादा पर्यटक अमेरिका और ब्रिटेन से अाते हैं। अमेरिका पर्यटकों की हिस्सेदारी 17 फीसदी और ब्रिटिश पर्यटकों की संख्या 15 प्रतिशत है। अमेरिकी वेबसाइटों पर जारी दुष्प्रचार का असर 2018 में नजर आ सकता है।

पर्यटकों की संख्या में आ सकती है कमी
ताज पर सैलानियों की संख्या में हर दिन 40 हजार तक सीमित करने और गुंबद के लिए अलग से टिकट लगाने के प्रस्ताव पर अगर अमल किया तो यहां 40 लाख सैलानियों की संख्या कम हो जाएगी। ताज पर 2 साल बाद 2017 में सैलानियों की संख्या बढ़ी थी। करीब 1.80 करोड़ पर्यटकों ने इस अजूबे को निहारा था, लेकिन नए प्रस्ताव के मुताबिक हर साल अधिकतम 1.46 करोड़ सैलानी ही ताज देख सकेंगे।

20 जनवरी से सीमित सैलानी कर सकेंगे दीदार
ताजमहल पर 20 जनवरी से सैलानियों का प्रवेश सीमित कर दिया जाएगा। केवल 40 हजार सैलानी ही रोज प्रवेश करेंगे। ताज का टिकट स्मारक के गेट खुलने से आधा घंटे पहले मिलने शुरु होंगे और शाम को 1 घंटा पहले टिकट काउंटर बंद हो जाएंगे, ताकि पर्यटक टिकट लेने के बाद आसानी से प्रवेश कर पाएं।