अमेठी: कक्षा नौ की छात्राओं ने संभाला गौरीगंज कोतवाली का चार्ज, जानिए क्यों

punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2019 - 02:55 PM (IST)

अमेठी: यूपी के अमेठी में नई पीढ़ी को पुलिसिंग से परिचित कराने और समाज में पुलिस विभाग को लेकर बनी नकारात्मक धारणाओं को खत्म करने के उद्देश्य से  पुलिस अधीक्षक डॉ ख्याति गर्ग ने एक अनूठी पहल किया। जिसके दौरान महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत छात्रों ने शुक्रवार को एक दिन के लिए थाना संभाला। जिसमें मनीषी बालिका इंटर कॉलेज गौरीगंज की कक्षा नौ की छात्रा रिया सिंह और अनुपम यादव ने कोतवाल बनकर लोगों की फरियाद सुनी और पुलिस कर्मियों को आदेश भी दिए। इस दौरान रिया के साथ मनीषी बालिका इंटर कॉलेज की अन्‍य छात्राओं ने भी जाना की वह अपनी सुरक्षा कैसे कर सकती हैं,  कैसे पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं, पुलिस कैसे काम करती है और थाने कैसे चलते हैं।

बता दें कि गौरीगंज कोतवाली में इंस्पेक्टर बनने के बाद छात्राओं ने एसएचओ कुर्सी पर बैठकर फरियादियों की समस्याएं सुनी। इस दौरान कोतवाली परिसर में फरियादियों की भीड़ लगी रही, तो वहीं एसपी कार्यालय में भी बतौर एसपी छात्रा ने समस्याओं को सुना। चार्ज लेते ही छात्रा ने सबसे पहले मुख्यमंत्री मंत्री संदर्भ शिकायत की पंजिका देखी। इसके बाद गौरीगंज शहर में जाम की समस्या को लेकर उपनिरीक्षकों व कांस्टेबल को निर्देशित करते हुए प्रमुख चौराहों पर यातायात व्यवस्था को मजबूत करने की बात कही।


वहीं गौरीगंज के मनीषी बालिका इंटर कॉलेज में क्लास 9वीं में पढ़ने वाली छात्रा रिया सिंह ने बताया कि मुझे गर्व महसूस हो रहा है, कि मैं इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी संभाल रही हूं और साथ ही मुझे ये भी पता चला कि किस तरीके से पुलिस काम करती है। वहीं अनुपम यादव ने कहा मैंने देखा कि हमारे जनपद की पुलिस बहुत मेहनत से काम करती है. हर काम को मेहनत और लगन से हमारे जिले की पुलिस कर रही है। छात्रा ने यह भी बताया कि वो बड़ी होकर आईएएस अफसर बनना चाहती है।

अमेठी पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने कहा कि हमारे यहां यातायात जागरूकता का माह चल रहा है। इसमें हम तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। हमने कई स्कूली बच्चों के नुक्कड़ नाटक कराएं। एसपी ने कहा कि मैंने उनसे वादा किया था कि मैं उन्हें एक दिन के लिए एसपी बनाऊंगी इसी क्रम में बच्चे आज हमारे ऑफिस में आए उन्होंने एसपी के तौर फरियादियों की समस्याओं को सुना और उन्हें उचित कार्रवाई का निर्देशन दिया।

Ajay kumar