AMU छात्रों ने खुद को किया प्रतीकात्मक डिटेंशन सेंटर में बंद, जानिए वजह

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 12:39 PM (IST)

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध जताने के लिए नायाब तरीका ईजाद किया है। यहां छात्रों ने धरना स्थल पर प्रतीकात्मक डिटेंशन सेंटर बनाकार खुद को बंद कर लिया। वहीं छात्रों ने खुद को जेल के अंदर दिखाकर विरोध प्रदर्शन जताया, कहा! हम लोगों को सरकार दूसरे दर्ज़े का नागरिक बनाना चाहती है।

बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर का नायाब तरीके से विरोध प्रदर्शन करते हुए एक काल्पनिक डिटेंशन तैयार किया और उसमें खुद को बंद कर एक बर्गर को बांट कर खाया। छात्र नेताओं ने कहा कि हमने एएमयू के गेट से घुसते ही धरना स्थल पर डिटेंशन सेंटर बनाकर खुद को बंद कर ये प्रदर्शित किया है कि इस कानून के बनने के बाद सबसे पहले इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। क्योंकि सरकार ने भले इसको अभी किसी को नहीं दिखाया हो लेकिन ये भी कानून की तरह सामने आ जायेगा। क्योंकि सरकार इस तरह के तमाम डिटेंशन सेंटर खोल चुकी है।

पूर्व अध्यक्ष एएमयूएसयू फैजुल हसन ने बताया कि हमने डिटेंशन सेंटर इसलिए बनाया है कि केंद्र सरकार ने असम में डिटेंशन सेंटर बनाया है वहां जगह नहीं है लोग सही से रह नहीं पा रहे हैं। सही बात यह है कि इतने लोग सेंटर में जाएंगे तो उनके मेडिकल, खाने-पीने का खर्चा कैसे सरकार उठाएगी। हमारी सरकार की खुद हालात खराब है इकोनामिक कमजोर है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है तो इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। सरकार को सीएए, एनआरसी और एनपीआर जो कानून ला रहे है उसे इन्हें हटाना चाहिए। हसन ने कहा कि सरकार को इम्प्लॉयमेंट पर काम करना चाहिए जो हमारे देश का बेसिक मुद्दा है।

एएमयू छात्र नेता फ़राज़ ने बताया कि जो सीएए, एनआरसी और एनपीआर को नहीं समझ पा रहे हैं उन देश-वासियों के लिए यह डिटेंशन सेंटर बनाया है। उन्होंने कहा कि हमारे इंजीनियरिंग को छात्रों ने रातभर जागकर इसे बनाया है। जिनके पास कागज होंगे उन्हें भी सरकार नहीं मानेगी क्योंकि यह अपनी जिद पर अड़े हैं। डिटेंशन सेंटर की इतनी कम जगह में सारे लोगों को रखा जाएगा बैठने की भी जगह नहीं होगी। जिस तरह से हम लोग खड़े हुए हैं बिल्कुल इसी तरह जो असम से शुरू हो गया है।  

Tamanna Bhardwaj