अखिलेश ने योगी सरकार पर कसा तंज, कहा- ''अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बर्बादी से उपजती है''

punjabkesari.in Tuesday, Jul 12, 2022 - 01:39 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी के जनसांख्यिकी असंतुलन के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बर्बादी से उपजती है।  बता दें कि  विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर ‘जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा’ की शुरुआत करते हुए योगी ने कहा, “जब हम परिवार नियोजन/जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं तो हमें ध्यान में रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा होने पाए।”

सीएम योगी ने इस दौरान कहा था कि “ऐसा नहीं होना चाहिए कि जनसंख्या वृद्धि की गति या किसी समुदाय का प्रतिशत अधिक हो और हम 'मूल निवासियों' की आबादी को स्थिर करने के लिए जागरूकता या प्रवर्तन के माध्यम से कार्य कर रहे हों।” उन्होंने कहा कि "इसका धार्मिक जनसांख्यिकी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और वहां अराजकता और अव्यवस्था शुरू हो जाती है। इसलिए जब हम जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में बात करते हैं तो यह सभी के लिए और जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र के ऊपर एक समान होना चाहिए।"आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जहां वर्तमान जनसंख्या 24 करोड़ से अधिक है और आने वाले कुछ वर्षों में यह 25 करोड़ का आंकड़ा पार कर सकता है। ऐसे में जनसंख्या संतुलन कायम रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि बीते पांच वर्षों से देशभर में जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि भी है, लेकिन यह उपलब्धि तभी है, जब समाज स्वस्थ व आरोग्यता की स्थिति को प्राप्त कर सके।” मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी ट्वीट के मुताबिक, योगी ने कहा कि अगर हमारे पास कुशल श्रम शक्ति है तो यह समाज के लिए एक उपलब्धि है, लेकिन जहां बीमारी, अव्यवस्था, पर्याप्त संसाधनों का अभाव हो, वहां जनसंख्या विस्फोट अपने आप में एक चुनौती भी होता है।

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Ramkesh