पशुओं को भी दी जाएगी आधार की तरह 12 नंबर की विशिष्ट पहचान संख्या

punjabkesari.in Wednesday, Mar 18, 2020 - 03:56 PM (IST)

मुरादाबादः अब पशुओं को भी आधार की तरह 12 नंबर की विशिष्ट पहचान संख्या दी जाएगी। सरकार ने यह फैसला लिया है। इसी विशिष्ट पहचान संख्या के जरिए पशुओं का टीकाकरण व अन्य सुविधाएं पशुपालकों को दी जा सकेंगी। बता दें कि अब पशुओं के कान में पड़ा टैग मालिक का पता भी बताएगा।

टैगिंग नहीं करवाने पर पशुपालकों को नहीं मिलेगा लाभ 
बता दें कि पशुओं के कान में टैगिंग नहीं कराने वाले पशुपालकों को पशुपालन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा। पशुओं के टीकाकरण कार्य में लगे पशु चिकित्सकों और पैरावेट्स द्वारा टैगिंग की जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर ग्रामसभा के हाईस्कूल पास करने वाले छात्रों को भी मानदेय पर टैगिंग कार्य में लगाया जाएगा। पशुपालन विभाग ने जिले के 5 लाख 85 हजार 654 पालतू एवं गोआश्रय स्थलों में रहने वाले निराश्रित 434 पशुओं की टैगिंग करावाने का निर्णय किया है।

कुल 7 लाख पशुओं के टैगिंग का लिया गया निर्णय
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पशुपालन विभाग ने जिले के 5 लाख 85 हजार 654 पालतू एवं गोआश्रय स्थलों में रहने वाले निराश्रित 434 पशुओं की टैगिंग करावाने का निर्णय किया है। पशुओं की इअर टैगिंग होने से व्यक्तिगत रूप से पशुपालक की पहचान हो सकेगी। पशुपालन विभाग के पास पशुपालकों का सारा डाटा ऑनलाइन होगा  ताकि किसी की शिकायत का त्वरित निस्तारण हो सके।

वैक्सीनेटर और टैगिंग के लिए तैनात किए जाएंगे 10 पास छात्र
पशुओं के टीकाकरण के लिए आवश्यकता पडऩे पर ग्रामसभा से ही हाईस्कूल पास छात्रों को वैक्सीनेटर और टैगिंग के लिए एप्लीकेटर के रूप में तैनात किया जाएगा। प्रति पशु टीकाकरण के लिए 3.50 रुपए एवं टैगिंग के लिए 2.50 रुपये मानदेय के रूप में दिया जाएगा।

इनको मिलेगी प्राथमिकता
टैगिंग के लिए पैरावेट्स के अलावां पराग डेयरी, कृषि विभाग में प्रेरक को वरीयता दी जाएगी। पशुओं की विशिष्ट पहचान के लिए इअर टैगिंग करायी जाएगी। इसके लिए पशु चिकित्सकों के साथ पैरावेट्स एवं अन्य कर्मचारियों को लगाया गया है। इस माह के अंत तक सभी पशुओं में टैगिंग का काम पूरा करा लिया जाएगा। इसके लिए टीकाकरण के साथ ही टैगिंग कराया जा रहा है।

 

 

Ajay kumar