सीएसआईआर-एनबीआरआई में जैव-विविधता सम्मेलन की घोषणा

punjabkesari.in Sunday, Nov 29, 2020 - 09:06 AM (IST)

लखनऊ: कोरोना संक्रमण काल में 22 से 25 दिसम्बर के बीच आन लाइन आयोजित होने वाले छठवें भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ़-2020) में एक नया कार्यक्रम ‘जैव-विविधता' शामिल किया गया है। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में शनिवार को आईआईएसएफ के अंतर्गत आयोजित होने वाले ‘जैव-विविधता' कार्यक्रम का घोषणा समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर पर प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज विज्ञान आमजन के जीवन से इस प्रकार जुड़ चुका है कि इसके बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि यदि हम आत्मनिर्भर नहीं बनेंगे, वैज्ञानिक आविष्कार नहीं करेंगे तो भारत शेष विश्व के साथ बराबरी नहीं कर सकेगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के युवाओं को एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिलेगा जहां वह न सिर्फ वैज्ञानिक सोच सामने रख सकेंगे अपितु उनमें स्पर्धा की भावना भी विकसित होगी जिससे आगे चल कर वह विश्व में भारत का नाम रोशन कर सकेंगे।       

समारोह की जानकारी देते हुए विज्ञान भारती अवध प्रांत के आयोजन सचिव श्रेयांश मांडलोई ने भारत के लोगों विशेषकर युवाओं में वैज्ञानिक चेतना जाग्रत करने के दिशा में इस कार्यक्रम की सराहना की वहीं समारोह में अध्यक्षीय सम्बोधन में डॉ शेखर सी मांडे ने कहा कि समाज में विज्ञान एवं तकनीक के प्रति आम जन का उत्साह धीरे धीरे बढ़ रहा है। उन्होने आशा जताई कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से भविष्य में अधिक से अधिक बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में जोड़ने में सहायता मिलेगी। उन्होने कोरोना महामारी के चलते सामने प्रस्तुत चुनौतियों के चलते आन लाइन माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को इस कार्यक्रम से जुडने की अपील की।       

 


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Moulshree Tripathi

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