कौशांबी जिला जेल में एक और कैदी की मौत, परिजनों ने जमकर किया बवाल

punjabkesari.in Tuesday, May 30, 2017 - 02:51 PM (IST)

कौशांबीः उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिला जेल में कैदियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। एक और क़ैदी की आज संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत हो गई। मृतक क़ैदी हत्या के आरोप में जेल मे बंद था। क़ैदी की मौत की सूचना परिजनों को हुई तो वह जिला अस्पताल जा पहुंचे। वहां उन्होने जमकर हंगामा काटा।

जानिए पूरा मामला
मृतक क़ैदी के परिजन व उनके साथ जूटे ग्रामीणों ने जिला अस्पताल के सामने मंझनपुर-सराय अकिल मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस प्रशासन के लोगों ने नाराज परिजनों को समझाने का प्रयास किया तो वह उनसे ही उलझ पड़े। नाराज परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जा रहे वाहन पर ईट-पत्थर भी चलाए। मामले की जानकारी होने पर जिलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और नाराज लोगों को समझा-बुझा कर सड़क जाम समाप्त करवाया।

कैदी की हुई जिला अस्पताल में मौत
जानकारी के मुताबिक मंझपुर थाना के सैदनपुर गांव निवासी कारण सिंह पुत्र लल्लू  वर्ष 2011 में संतोष नाम के युवक की हत्या के मामले मे जिला जेल के बैरक नंबर 3 मे बंद था। बीती रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी तो साथी कैदियों ने जेल प्रशासन को सूचित किया। इस पर उसे जेल अस्पताल मे भर्ती कराया गया। जेल अस्पताल के डाक्टरों ने सुबह उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जिला अस्पताल के डाक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।

मौत की सूचना पर भड़के परिजन
क़ैदी कारण सिंह की मौत की सूचना उसके परिजनों को दी गई। परिजन जिला अस्पताल पहुंचे तो कारण के शव को देख आग बबूला हो गए। परिजनों का आरोप है कि करण को जेल में प्रताड़ित किया गया, इसीसे उसकी मौत हुई है। इसके बाद परिजन व तमाम ग्रामीणों ने जिला अस्पताल के सामने मंझनपुर- सराय अकिल मार्ग पर जाम लगा दिया।

परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए किया इनकार
क़ैदी की मौत के बाद हंगामा व सड़क जाम की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीएम व एडीएम भी मौके पर परिजनों को समझाने में जुट गए। इस बीच शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाने लगा, जिस पर परिजन आपे से बाहर हो गए और शव वाहन पर ईट-पत्थर चलाने लगे। पुलिस ने जैसे तैसे सभी को नियंत्रित किया।

आश्वासन के बाद शांत हुआ माहौल
हंगामे की सूचना पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा भी मौके पर पहुंचे। डीएम ने परिजनों से बात कर उन्हे जांच का आश्वासन व दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही का भरोसा दिया तब जाकर वह शांत हुए। इसके बाद रास्ता खुलवाकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

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