महाकुंभ 2025 की तैयारी को लेकर एपेक्स कमेटी की कल होगी बैठक, नए कार्यों की होगी समीक्षा

punjabkesari.in Thursday, Jan 04, 2024 - 01:34 PM (IST)

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में साल 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। इसीलिए तीन वर्ष पहले से ही महाकुंभ की तैयारी भी शुरू करा दी गई है। इसी कड़ी में महाकुंभ 2025 की तैयारी को लेकर एपेक्स कमेटी की कल बैठक बुलाई गई है। लखनऊ में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बैठक होगी। महाकुंभ के नए कार्यों की समीक्षा होगी। साथ ही कुछ नई परियोजनाओं की एपेक्स कमेटी से मंजूरी मिलेगी। अब तक 3700 करोड़ की लगभग ढाई सौ परियोजनाओं की मंजूरी मिल चुकी है। बैठक में महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद मौजूद रहेंगे

45 दिनों तक चलेगा महाकुंभ
महाकुंभ 2025 का महास्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ शुरू होगा। पहला शाही स्नान 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर दूसरा शाही स्नान होगा। 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर तीसरा और आखिरी शाही स्नान होगा। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ कल्पवास का समापन होगा। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर स्नान पर्व के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा। महाकुंभ में 7 प्रमुख स्नान पर्व होंगे. इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 


महाकुंभ का संबंध समुद्र मंथन से जुड़ा है। समुद्र मंथन के दौरान अमृत पाने के लिए देव और दानवों में 12 दिन तक निरंतर संघर्ष चला तो विष्णु के कहने पर गरुड़ ने अमृत का कलश ले लिया। असुरों ने जब गरुड़ से अमतृ कलश छीनने का प्रयास किया तो उस पात्र में से अमृत की कुछ बूंदें छलक कर इलाहाबाद, नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में गिरीं। यही वजह है कि महाकुंभ के दौरान हरिद्वार में गंगा, उज्जैन में शिप्रा, नासिक में गोदावरी और इलाहबाद में त्रिवेणी संगम पर स्नान किया जाता है, मान्यता है इससे अमृत की प्राप्ति होती है। 


 

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Tamanna Bhardwaj