पुरातत्व विभाग करेगा गंगा घाटी सभ्यता के मिले अवशेषों का अध्ययन

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 05:04 PM (IST)

सहारनपुरः  उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में उन लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं जिन्हें इतिहास और भारतीय सभ्यता के विकास और पुरातत्व में नई-नई जानकारियां जानने की गहरी रूचि है। पुरातत्व विभाग अब गंगा घाटी सभ्यता के मिले अवशेषों का अध्ययन करेगा।       

रामपुर मनिहारान तहसील के सकतपुर गांव के प्रधान अशोक कुमार ने शुक्रवार को बताया कि केंद्र सरकार के मेरठ में पुरातत्व विभाग का क्षेत्रीय कार्यालय खोले जाने का स्वागत करते हैं। उन्हें उम्मीद है कि दो वर्ष पूर्व उनके गांव में पुरातत्वविदों द्वारा कराए गए उत्खनन में गंगा घाटी सभ्यता के जो प्रमाण मिले थे उनके पुर्नअध्ययन से इतिहास पर नई और खोजपरख जानकारियां मिल सकती हैं।    

पर्यावरणविद् एवं सहारनपुर के मंडलायुक्त संजय कुमार ने भी इस फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि उपेक्षा के चलते हमारी कई पुरातत्व महत्व के अवशेष अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं और उन पर लोग अतिक्रमण कर कब्जा करते जा रहे हैं। क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से जमीन में दबे हमारी प्राचीन सभ्यता के अवशेष गहराई से खंगाले जा सकेंगे।

उन्होंने बताया कि 24 फरवरी 2017 को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आगरा के अधीक्षण डॉ0 भुवन विक्रम की अगुवाई में एक दल ने मेरठ मंडल के दल के साथ सकतपुर में दो ट्रेंचों पर उत्खनन कार्य शुरू किया था। जिसमें मिट्टी के बर्तनों के अवशेष, पक्की मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े, तांबे की चूड़ियां, खिलौने की गाड़ी के पहियों के अवशेष मिलने के बाद पुरातत्वविदों ने नौ ट्रेंचों पर उत्खनन शुरू किया था।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अंजु चौधरी ने कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ऐतिहासिक धरोहर को संजोने का काम होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह अच्छा फैसला है।

 

 


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Moulshree Tripathi

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