मुर्दों को लूट रफूचक्कर होने वाले शातिरों का भंड़ाफोड़, इस तरह से देते थे वारदात को अंजाम

punjabkesari.in Monday, Mar 08, 2021 - 02:23 PM (IST)

इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की पुलिस एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसके बारे में पढ़कर आप हैरान रह जाएंगे। पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने ऐसे गैंग को पकड़ा है जो मुर्दों को लूटने का काम करते थे। एसएसपी आकाश तोमर का कहना है कि आरोपी सरकारी एम्बुलेंस का ड्राइवर और परिचालक है। ये दोनों सड़क हादसों में मारे और घायल लोगों को अपना शिकार बनाते थे।

जानकारी मुताबिक पुलिस को कुंवर रविंद्र सिंह 3 मार्च को शिकायत दी कि उनका भतीजा सुनील कुमार सिंह (गाड़ी नंबर यूपी 35 एक्स 1700) अपने परिवार के साथ उन्नाव से ग्वालियर जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। जिसमें उनके भतीजे की मौत हो गई और बाकी परिवारवाले गंभीर रुप से घायल हो गए। उन्होंने शिकायत दी कि मृतक के पास एटीएम कार्ड, डीएल, पर्स में रखे 20000 रुपए और एक चेन थी, लेकिन उन्हें उनके पास से कुछ नहीं मिला। वहीं हादसे के अगले दिन मृतक के पेटीएम से 45 हजार रुपए भी निकाल लिए गए थे।

शिकायत के बाद जब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरु की तो इसमें बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस ने सबसे पहले उस आदमी को तलाशना शुरु किया जिसने सबसे पहले घायल को अस्पताल पहुंचाया था। पुलिस को शक हुआ कि शायद लूटपाट की इस घटना में एंबुलेंस चालक का जरुर हाथ होगा। पुलिस ने जांच के दौरान एंबुलेंस के चालक संजीव और परिचालक शोभित दोनों को गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, डीएल,  बिग बाजार कार्ड, दिल्ली मेट्रो कार्ड और 44700 रुपए नकद बरामद किए।

बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों में से एंबुलेंस का चालक संजीव कुमार बढ़पुरा का रहने वाला है, जबकि परिचालक शोभित कुमार कन्नौज का निवासी है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध कबूल लिया है। दोनों पर आरोप है कि एम्बुलेंस में घायल या मृतक को ले जाते समय उनके पास से कीमती सामान जैसे रुपए, घड़ी, अंगूठी आदि लूट लेते थे। पुलिस का कहना है कि इस मामले का खुलासा शायद कभी नहीं होता अगर थाना बढ़पुरा इलाके में 27 फरवरी को दुर्घटना में बुरी तरह घायल हुए शख्स की अस्पताल ले जाते वक्त मौत ना हुई होती।

Content Writer

Anil Kapoor