पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और महंगाई का विरोध कर रहे लल्लू समर्थकों संग गिरफ्तार, कहा- मोदी सरकार ने उघोगपति मित्रों...

punjabkesari.in Friday, Jun 11, 2021 - 08:38 PM (IST)

लखनऊ: कोरोना महामारी के बीच पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और महंगाई के विरोध में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ब्लाक मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय तक सड़क पर उतरकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया, पूरे प्रदेश में हजारों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने पहले हाउस अरेस्ट किया लेकिन वह आवास के बाहर एकत्रित कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतर आए जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लल्लू ने कहा कि मोदी सरकार ने चन्द उघोगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिये पेट्रोल डीजल पर भारी भरकम टैक्स लगाकर देशवासियों को मंहगाई की मार झेलने के लिए विवश कर दिया है। लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि से आम जनमानस की जेब पर डाका डाला जा रहा है।      

उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों से लेकर तेल के भाव भी आसमान छू रहे हैं, पेट्रोल 100 रुपया लीटर व सरसों का तेल 220 रुपये लीटर की सीमा पार कर गया है। पिछले सात सालों में कच्चे तेल की कीमत अमेरिकी डॉलर 20-65 के बीच रही- पर पेट्रोल की कीमत साल 2014 में 71.51 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95 प्रति लीटर व कई प्रान्तांे में 101.89 रुपये प्रति लीटर हो गयी। डीजल की कीमत 2014 में 55.49 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 85 रुपये प्रति लीटर हो गयी।        लल्लू ने कहा कि देश में लगातार बढ़ती हुई मंहगाई के साथ-साथ रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से आम जनमानस की कमर टूट चुकी है, सरकार जनता के धन का अपव्यय कर छवि बनाने का प्रयास कर रही है वहीं मंहगाई की मार से तड़पती जनता को राहत देने का उसकी तरफ से कोई प्रयास नही हो रहा है, रसोई गैस के दाम 900 रुपये पार पहुंच गये हैं और सरकार के द्वारा सब्सिडी देने का झूठा नाटक किया जा रहा है। गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों की सब्सिडी पर भी सरकार के द्वारा डाका डाला गया है।       

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एलपीजी गैस से लेकर दलहन-तिलहन, सब्जियों के दामों में लगातार वृद्धि की जा रही है, जिससे आम जनमानस के घर का बजट बिगड़ गया है। मई 2020 से मई 2021 के बीच एक साल में ही खाना पकाने के तेलों के 60 से 70 प्रतिशत से अधिक बढ़ोत्तरी हुई। सरसों का तेल 115 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 220 रुपये प्रति लीटर पार कर गया है। पाम आयल की कीमतें 85 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 138 रुपये प्रति लीटर को छू रही हैं। एक विश्वासघाती सरकार के विरुद्ध कांग्रेस का आज हुआ प्रदर्शन मील का पत्थर साबित होगा और लोकतांत्रिक तरीके से इस सरकार का जाना अब सुनिश्चित हो चुका है। 


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Content Writer

Umakant yadav

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