आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ATMS डिवाइस रोकेगी ‘मौत’ की रफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jul 13, 2018 - 03:21 PM (IST)

आगरा: ताजनगरी आगरा को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने वाले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार मौत की वजह बन रही है। यहां पर लगातार हो रहे हादसे रोकने के लिए अब एक्सप्रेस-वे पर एटीएमएस डिवाइस (एडवांस ट्रैफिक मैनेजमैंट सिस्टम) की मदद ली जाएगी। इस डिवाइस की मदद से वाहनों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा से ऊपर होने पर चालक के मोबाइल पर जागरूकता संदेश पहुंचेगा और अनदेखी पर वाहन का चालान होगा।

एक्सप्रेस-वे पर लगभग हर दिन कोई न कोई हादसा होता है। महीने भर में इस हाईवे पर कम से कम 3 दर्जन लोगों की मौत हो जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण वाहनों की तेज रफ्तार और चालकों को गाड़ी चलाते वक्त झपकी आना बन रहा है। बिना रुके आगरा से लखनऊ तक 302 किलोमीटर का सफर करना भी खतरनाक है। गति पर रोक लगाने के लिए अब जल्द ही शासन स्तर से एटीएमएस डिवाइस को लॉन्च किया जाएगा और टोल प्लाजा के आस-पास यह डिवाइस लगाई जाएगी। सभी टोल प्लाजा पर चालकों को एप से जोड़ा जाएगा।

टोल प्लाजा पर पहुंचते ही कर्मचारी वाहन चालक के स्मार्ट फोन पर प्ले स्टोर से एटीएमएस के नाम से एप इंस्टॉल कराएंगे। इसके बाद एक्सप्रेस-वे पर सफर करते वक्त डिवाइस के सैंसर वाहन की गति का आकलन कर लेंगे। जैसे ही वाहन की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक होगी, तुरंत ही मोबाइल पर संदेश पहुंचेगा। इसमें वाहन की रफ्तार कम करने को कहा जाएगा। जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं होंगे, उनके मोबाइल नंबर लिए जाएंगे। स्पीड बढ़ाते ही मोबाइल पर टेक्स्ट मैसेज भेजा जाएगा। इसके साथ ही कॉल करके भी चेताया जाएगा। संदेश के बाद दूसरी डिवाइस को क्रास करने पर चालान हो जाएगा। सैंसर गाड़ी का नंबर ट्रेस करेंगे और ई-चालान रसीद को गाड़ी मालिक के घर भेजी जाएगी। इसका सरकारी भुगतान भी गाड़ी मालिक को जमा करना होगा।

मोबाइल पर एप से यातायात नियमों की जानकारी:-
एक्सप्रेस-वे पर दिक्कतों की शिकायत भी होगी दर्ज।
- डीजल व पैट्रोल खत्म होने पर तुरंत होगा उपलब्ध।
- तेज रफ्तार होने पर चालकों को मिलेगी चेतावनी।
- पैट्रोलिंग गाड़ियां भी रहेंगी अलर्ट, करेंगी पीछा।

Anil Kapoor