म्यांमार में रोहिंग्या पर अत्याचार, बरेली के मुस्लिमों ने बुलंद की आवाज

punjabkesari.in Saturday, Sep 16, 2017 - 01:58 PM (IST)

बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली में रोहिंग्या मुसलमानों के पक्ष में जिले में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ है। शहर के इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान में हज़ारों की संख्या में जुटे मुसलमानों ने एक सुर में रोहिंग्‍याओं के नरसंहार पर रोक लगाने की मांग की है। ख़ास बात यह है कि इस प्रदर्शन में शहर की तमाम दरगाहों के प्रबंधक और मुसलिम संगठनों ने हिस्सा लिया। 

सरकार की कार्रवाई के ख़िलाफ प्रदर्शन
रोहिंग्या मुसलमानों के विरूद्ध म्यांमार सरकार की कार्रवाई के ख़िलाफ बरेली में बड़ा प्रदर्शन हुआ है। शहर के इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान में क़रीब तीस हज़ार की संख्या में मुसलमानों ने शिरकत की। जुमे की नमाज़ के बाद तमाम मसजिदों के नमाज़ी सीधे इस्लामिया कालेज के मैदान में जमा हुए। 

म्यांमार सरकार पर बरसाई नराजगी
ऑल इंडिया इत्तिहादे मिल्लत काउंसिल आईएमसी के आह्वान पर शहर की तमाम दरगाहों के प्रबंधन तंत्र ने इसमें शिरकत की। इसके अलावा शहर के दर्ज़नों मुसलिम संगठनों ने भी बड़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। दरगाह आला हज़रत, दरगाह शाह शराफत मियाँ, दरगाह शाहदाना वली सरकार के अलावा तमाम दरगाहों के मुरीद बड़ी संख्या में इस्लामिया ग्राउंड पर पहुंचे और म्यांमार सरकार के ख़िलाफ ग़ुस्से और रोहिंग्या मुसलमानों के पक्ष ग़म का इज़हार किया।

फौज के विरूद्ध कार्रवाई की मांग 
इस मौक़े पर आयोजित प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए ऑल इंडिया इत्तिहादे मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा खाँ ने ज़िला प्रशासन के हवाले से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संयुक्त राष्ट्र संघ को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने यूएनओ से माँग की है कि आन सांग सू की को मिला शांति का नोबेल पुरूस्कार वापस लिया जाए और रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ अत्याचार करने वाली फौज के विरूद्ध कार्रवाई की जाये।