भगत सिंह का हमला- BJP सरकार ने किसानों को बर्बाद कर बनाया कर्जदार

punjabkesari.in Sunday, Oct 18, 2020 - 04:54 PM (IST)

सहारनपुर: पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य भगत सिंह वर्मा ने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों ने अन्नदाता किसानों को बर्बाद कर कर्जदार बना दिया है।  

वर्मा ने रविवार को शेखपुरा कदीम में किसानों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आज अन्नदाता किसान सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। चीनी मिलें गन्ना किसानों को भुगतान नहीं कर रही हैं। सरकार अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी नहीं दिला पा रही है। अभी धान की पूरी दुर्दशा हो रही है। जो बासमती धान चार वर्ष पहले 35 रूपए कुंतल था, उसे कोई 17 सौ रुपए कुंतल भी लेने को तैयार नहीं है। 

आजादी के 73 वर्षों में किसानों के लिए यह सबसे कठिन समय है। केंद्र सरकार को किसान विरोधी बिलों को लाने के बजाए अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश के अन्नदाता किसानों पर जो कर्ज हुए हैं उन्हें माफ कर देना चाहिए तभी किसानों को बचाया जा सकता है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि अन्नदाता किसानों की क्रय शक्ति बढ़ने से ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है।

शर्म की बात है कि उत्तर प्रदेश सरकार की चीनी मिलें एक वर्ष बाद भी गन्ना किसानों को भुगतान नहीं कर रही हैं जबकि पिछले कई वर्षों से एक-एक चीनी मिल करोड़ों रुपए लाभ कमा रही है लेकिन चीनी मिल मालिक सरकारों की मिलीभगत से अन्नदाता किसानों को भुगतान नहीं कर रहे हैं। हाईकोटर्, सुप्रीम कोर्ट ने आदेश किया हुआ है जो चीनी मिलें 14 दिन के अंदर गन्ना भुगतान नहीं करती वे गन्ना किसानों को 15 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान करें। 

उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश की 119 चीनी मिलों पर उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का अभी भी 10500 करोड रुपए गन्ना भुगतान व 4000 करोड रुपए ब्याज बकाया है। सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 400 करोड रुपए गन्ना भुगतान व 400 करोड रुपए ब्याज बकाया है। गन्ना सीजन शुरू हो चुका है और प्रदेश सरकार ने अभी तक गन्ने का रेट घोषित नहीं किया है। उन्होने मुख्यमंत्री योगी से मांग की है कि इस वर्ष सरकार गन्ने का लाभकारी रेट 600 रूपए कुंतल तत्काल घोषित करें। 

Umakant yadav