नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सफाई के लिए लोगों को किया जागरुक

punjabkesari.in Thursday, Oct 24, 2019 - 11:51 AM (IST)

मिर्जापुर: नमामि गंगे योजना के तहत 10 अक्टूबर से 11 नवंबर तक उत्तराखंड के देवप्रयाग से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक गंगा नदी में राफ्टिंग के जरिए इस मुहिम को चलाया जा रहा है। वृहस्पतिवार को 18 सदस्यीय टीम गंगा के रास्ते मिर्ज़ापुर स्थित पक्के घाट पहुंची, जहां टीम का भव्य स्वागत के साथ गंगा तट पर जिला प्रशासन द्वारा विभिन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह टीम 2500 किलोमीटर की  गंगा यात्रा 1 महीने में पूरा करेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत ये पहली और ऐतिहासिक यात्रा है जहां गंगा के समूचे मार्ग को राफ्टिंग एक्सपीडिशन के जरिए तय किया जा रहा है।

अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना
विंग कमांडर परमवीर सिंह बताया कि देवप्रयाग से गंगासागर के बीच इस गंगा राफ्टिंग से न सिर्फ एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा बल्कि बड़े पैमाने पर गंगा के पुनरुद्धार के लिए सामाजिक जागरूकता को भी प्रोत्साहित किया जा सकेगा। गंगा में अलग-अलग शहरों में मिलने वाले दूषित पदार्थों और गंगा में हो रहे इकोलॉजिकल बदलावों के प्रति भी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान की शुरुआत हुई है। जो उत्तराखंड के देवप्रयाग से होते हुए उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार और बंगाल में खत्म हो जाएगी। यह यात्रा ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, प्रयागराज, मिर्ज़ापुर, वाराणसी, पटना, सोनपुर होते हुए कोलकाता के रास्ते गंगासागर तक पहुंचेगी।

मोदी सरकार ने चलाया गंगा आमंत्रण अभियान
स्वच्छ गंगा मिशन से देश भर के लोगों को जोड़ने और जागरूकता फैलाने के लिए मोदी सरकार ने गंगा आमंत्रण अभियान चालू किया है। जिसके तहत  गंगा की सफाई के लिए बड़े पैमाने पर लोगों को जागरूक किया जा सके।

Ajay kumar