अयोध्याः  सरयू नदी पर जल्द शुरू होगी लक्जरी ‘रामायण क्रूज सेवा'', दिव्य यात्रा का होगा अनुभव

punjabkesari.in Wednesday, Dec 02, 2020 - 08:52 AM (IST)

अयोध्याः  मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या को अंतररष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में खास स्थान देने की कवायद के तहत पवित्र सरयू नदी पर पहली लक्जरी क्रूज सेवा जल्द शुरू की जायेगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अयोध्या में सरयू नदी पर‘रामायण क्रूज टूर'जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य पवित्र शहर अयोध्या आने वाले भक्तों को दिव्य यात्रा का अनुभव प्रदान करना है। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज क्रूज सेवा के कार्यान्वयन के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।    

सरयू नदी पर पहली बार शुरू होगी लक्जरी क्रूज सेवा
बता दें कि यह अयोध्या में सरयू नदी पर पहली लक्जरी क्रूज सेवा होगी जिसका उद्देश्य पवित्र सरयू के प्रसिद्ध घाटों की यात्रा करते हुए श्रद्धालुओं को एक तरह की आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव प्रदान करना है। सूत्रों ने बताया कि क्रूज में वैश्विक स्तर के अनुरूप आवश्यक संरक्षा और सुरक्षा सुविधाओं के साथ-साथ लक्जरी और आराम की सभी सुविधाएँ मौजूद होंगी। क्रूज के अंदरूनी भाग और बोर्डिंग पॉइंट, रामचरितमानस की थीम पर आधारित होंगे। पूरी तरह से वातानुकूलित 80-सीटों वाले क्रूज में घाटों की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने के लिए कांच की बड़ी खिड़कियां होंगी।

दिखाई जायेगी रामचरितमानस पर आधारित फिल्में
आगे बता दें कि पर्यटकों के आराम के लिए, क्रूज रसोई और पेंट्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा। क्रूज में पर्यावरण पर 'शून्य प्रभाव' के लिए जैव शौचालय और हाइब्रिड इंजन प्रणाली है। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को 1-1.5 घंटे की अवधि के‘रामचरितमानस टूर'पर ले जाया जाएगा। यात्रा के दौरान गोस्वामी तुलसीदास के रामचरितमानस पर आधारित विशेष रूप से बनाई गई वीडियो फिल्म दिखाई जायेगी, जिसमें भगवान राम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक तक की कथा होगी। पूरी यात्रा में लगभग 15-16 किलोमीटर की दूरी तय की जायेगी।   

यूपी पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में लगभग दो करोड़ पर्यटक अयोध्या आये थे। राम मंदिर के निर्माण के बाद अनुमान है कि पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।  सूत्रों ने बताया कि ‘रामायण क्रूज टूर' न केवल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि यह क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।       

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में क्रूज पर सवार होकर काशी के घाटों के अद्धुत सौंदर्य को निहारा था। मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण का जिक्र करते हुये काशी और अयोध्या में पर्यटन विकास की दिशा में सरकार की कटिबद्धता का इजहार किया था।

Moulshree Tripathi