श्रीराम जन्मभूमिः आसमान से भी चमकेगी अयोध्या, लगातार विकास कार्यों का जायजा ले रहे अधिकारी

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 05:32 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सांस्कृतिक और वैदिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए राम नगरी अयोध्या को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। सड़कों के चौड़ीकरण के साथ अब अयोध्या के ऊंचे और प्राचीन मंदिरों के भी दिन बहुरने वाले हैं। सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर और ऊंची इमारतों को रंग रोगन कराए जाने के साथ ही उन्हें फसाड लाइट से सुसज्जित किया जाएगा। ताकि आसमान से भी अयोध्या की भव्यता दिखाई दे।

अयोध्या की भव्यता के लिए लगातार विकास कार्यों का जायजा ले रहे अधिकारी
अयोध्या की भव्यता को निखारने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं और आवश्यकतानुसार उसमें सुधार के निर्देश भी दे रहे हैं। बीते दिनों मंडलायुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी नितीश कुमार ने रामपथ और भक्तिपथ के निरीक्षण के दौरान अयोध्या की सबसे ऊंची इमारत राजद्वार पहुंच और आस-पास के इमारतों को देखा। ऊंचाई से दिखने वाली इमारतों को रेनोवेट कराए जाने को लेकर निर्देशित किया है। उन्होंने राजद्वार मंदिर के सबसे ऊंचे शिखर तक सौंदर्यीकरण के साथ फसाड लाइट के अंधेरे से सुसज्जित करने का निर्देश दिया है।



...ताकि रात में मंदिरों की भव्यता दिखाई पड़ेः जिलाधिकारी
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या के प्राचीन ऐतिहासिक पुराने भवन और इमारतों को अलग-अलग चरण में रेनोवेट किया जाएगा। पहले चरण में अयोध्या के 37 ऐतिहासिक मंदिरों को शामिल किया गया है, जिन्हें फसाड से रेनोवेट करने के बाद रंगाई व लाइटिंग की जाएगी। ताकि रात में मंदिरों की भव्यता दिखाई पड़े। उन्होंने बताया कि अयोध्या का सर्वे किया जा रहा है। जहां सुधार की आवश्यकता है, उस पर ध्यान दिया जा रहा है। ऊपर से देखे जाने के बाद कुछ इमारतें अव्यवस्थित दिखाई दे रही हैं। उनमें भी सुधार किए जाने की जरूरत है।



गौरतलब है कि बीते दिनों अयोध्या विजन की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि जो भी कार्य चल रहे हैं उनकी प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट व्हाट्सएप ग्रुप पर फोटो के साथ भेजी जाए। साथ ही सभी कार्यों को डबल शिफ्ट में पर्याप्त मैनपावर के साथ कराया जाए। विद्युत ट्रांसमिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर चौक के ऊपर से जाने वाले तारों को मार्च - 2023 तक हर हालत में हटा लिया जाय। जल्द से जल्द लता चौक को संवारा जाए। निर्माणाधीन लाल डिग्गी कुंड का कार्य अगर ठेकेदार द्वारा ठीक ढंग से नही किया जा रहा है तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जाय। आयुक्त सभागार में मंडलायुक्त ने निर्माणाधीन एयरपोर्ट की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट का 64 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 31 मार्च 2023 तक सभी कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।



पर्यटकों के लिए लता चौक बना आकर्षण का केन्द्र
फैजाबाद की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित, लता चौक एक तरफ सरयू घाट (नया घाट) और राम पथ को जोड़ता है, जो निर्माणाधीन राम मंदिर की ओर जाता है। यहीं पर अधिकांश पर्यटक शहर और मंदिर की अपनी यात्रा शुरू करते हैं। 21 वर्षीय कॉलेज छात्र अजीत पांडे ने कहा, ‘‘मैं अयोध्या से हूं, हम इस चौक को नया घाट चौक के नाम से जानते हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि अब इसे एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित किया गया है। हम यहां रुकते हैं और सोशल मीडिया पोस्ट के लिए तस्वीरें लेते हैं।'' गोलचक्कर पर लगी 14 टन वजनी 40 फुट लंबी वीणा के पास उन्होंने अपने दोस्त की तस्‍वीरें ली। यहां लाउडस्पीकर पर राम भजन की धुन बजती है। कुछ बाहर की सीमा पर खड़े होते हैं जबकि अन्य अपनी आगे की यात्रा पर निकलने से पहले तस्वीरें और सेल्फी लेने के लिए अंदर आते हैं। झांसी निवासी अभिषेक पाल सिंह परिवार सहित गोलचक्कर पर कुछ देर रुके।

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Ajay kumar