आयुष दाखिला घोटाला: निलंबित 891 छात्र अब होंगे बर्खास्त

punjabkesari.in Saturday, Nov 12, 2022 - 07:02 PM (IST)

लखनऊ: आयुष कॉलेजों में जालसाजी से प्रवेश लेने वाले 891 निलंबित विद्यार्थियों को अब बर्खास्त करने की पूरी तैयारी है। आयुष विश्वविद्यालय ने न केवल ऐसे संदिग्ध छात्रों को बर्खास्त करने का फैसला लिया है बल्कि इन छात्रों को पंजीकरण संख्या जारी करने पर रोक लगा दी गई है। दूसरी तरफ जिन छात्रों को पंजीकरण संख्या जारी हैं, उनके निरस्त होंगे। और प्राइवेट कॉलेजों को मिलाकर आयुष, यूनानी और होम्योपैथी की 7338 सीटें हैं। इन सीटों पर इस बार नीट काउंसिलिंग के जरिए प्रवेश हुआ है। लेकिन, प्रवेश के बाद रजिस्ट्रेशन और फार्म भरने की प्रक्रिया के दौरान 891 छात्र ऐसे मिले, जिनको गैंग ने प्रोजेक्ट किया।

प्रदेश के 12 कॉलेजों ने 200 छात्रों की लिस्ट भेजी
आयुष विश्वविद्यालय को प्रदेश के 12 कॉलेजों ने 200 ऐसे छात्रों की लिस्ट भेज दी है, जिन्होंने 'हेराफेरी गैंग' के जरिये दाखिला पाया था। गौर हो कि प्रदेश के 104 राजकीय और प्राइवेट कालेजों को मिलाकर आयुष, युनानी और होम्योपैथी की 7338 सीटें हैं। इन सीटों पर इस बार नीट काउंसलिंग के जरिए प्रवेश हुआ है। लेकिन प्रवेश के बाद रजिस्ट्रेशन और फार्म भरने की प्रक्रिया के दौरान 891 छात्र एसे मिले जिनको गैंग ने प्रोजेक्ट किया।

आयुर्वेदिक कॉलेजों में पीजी की 48 सीटों की मान्यता रद्द
राज्य के तीनों सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेजों में स्नातकोत्तर (पीजी) की 95 में 48 सीटों की मान्यता रद कर दी गई है। संबंधित विभागों में संकाय सदस्यों की कमी के चलते ऐसा हुआ है। मालूम हो कि लखनऊ, वाराणसी और पीलीभीत के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में स्नातकोत्तर की सीट है। पीजी कोर्स चलाने की मान्यता देने वाली संस्था की टीम ने निरीक्षण कर पाया था कि तीनों कॉलेजों में संकाय सदस्यों का टोटा है।

 

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Ajay kumar