आजमगढ़ का ''मोहम्मद साजिद'' कराता था इंटरनेट के जरिए आतंकियों की भर्ती

punjabkesari.in Wednesday, Jun 28, 2017 - 12:42 PM (IST)

आजमगढ़: इस्लामिक स्टेट (IS) के लिए ऑनलाइन आईडी यूसुफ-अल-हिन्दी से लोगों की भर्ती करने वाले 2 आतंकियों में से एक आजमगढ़ का रहने वाला था, जिसका नाम मोहम्मद साजिद उर्फ बड़ा साजिद बताया जा रहा है। वहीं, भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है मोहम्मद साजिद साल 2015 में सीरिया में मारा गया था। क्योंकि सऊदी अरब से अप्रैल में प्रत्यर्पित किए गए आईएस आतंकी अमजद खान ने यूसुफ-अल-हिन्दी की एक तस्वीर की पहचान करके भारतीय खुफिया एजेंसियों को इसका संकेत दिया है।

बता दें कि मोहम्मद साजिद साल 2008 में भारतीय खुफिया एजेंसियों की कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान भागने से पहले इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) का सदस्य था। इसके बाद वो पाकिस्तान से कर्नाटक के शफी अरमार के साथ अफगानिस्तान के रास्ते सीरिया भाग गया। गौरतलब है कि शफी अरमार को हाल ही में अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय आंतकवादी घोषित किया है।

मामले की जांच कर रहे अधिकारियों मानना है कि मोहम्मद साजिद और अरमार इंटरनेट पर भारतीय युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने का काम करते थे। इसके लिए वो यूसुफ-अल-हिन्दी नाम की एक आईडी का इस्तेमाल करते थे। साथ ही अधिकारी का मानना है कि मोहम्मद साजिद की मौत के बाद अरमार यूसुफ-अल-हिन्दी का अकाउंट चलाता हो।

अमजद खान ने पूछताछ के दौरान बताया कि यूसुफ ने अपनी पीछे से ली गई एक तस्वीर टेलीग्राम अकाउंट के प्रोफाइल पिक्चर के तौर पर लगाई थी। इसके बाद दिसंबर 2015 में सामने से ली गई तस्वीर लगाई थी। उसने बताया कि यह दोनों तस्वीरें एक ही साथ अलग-अलग कोण से ली गई थीं। आगे कहा कि उसने उसी आदमी को मई 2016 में सोशल मीडिया पर आईएस द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में देखा था। उस वीडियो में महाराष्ट्र से सीरिया गए लोगों के बारे में बताया गया था।