लापरवाही: अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में बच्चा फिट, डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने बताया दिव्यांग

punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 06:56 PM (IST)

गोरखपुर: CM सिटी गोरखपुर से प्राइवेट डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला अस्पताल में 15 अगस्त को गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि यह बच्चा मानसिक और शारीरिक रूप से दिव्यांग है। बच्चे का एक हाथ बना नहीं है। यह सुनकर दंपत्ति के परिजनों के होश उड़ गये। फिर भी जो वह इस मामले में कर भी क्या सकते थे। जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने दंपत्ति से पूछा कि जांच नहीं कराई थी। फिर पीड़ित परिवार ने बताया कि प्राइवेट डॉक्टर से जांच कराई गई थी तो डॉक्टरों ने सब कुछ ठीक बताया था। लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों बताया कि बच्चा मानसिक रूप दिव्यांग है। इससे नाराज़ परिजनों ने प्राइवेट डॉक्टरों के खिलाफ CMO से कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक मामला सीएम सिटी गोरखपुर के सहजनवा का बताया जा रहा है। जहां पर गर्भवती की जांच डॉक्टर अरुणा छापडिय़ा से चल रहा था। अभिषेक ने डॉक्टर की सलाह पर प्रत्येक जांच नियम से करवाया था। प्रेग्नेंसी के कुछ महीने बीत जाने के बाद डॉक्टर अरुणा छाबडिय़ा ने बेतियाहाता स्थित डॉ अंजू मिश्रा के पास अल्ट्रासाउंड -2 जांच कराने के लिए भेजा। जहां पर जांच में सब कुछ ठीक दिखाया गया।  हालांकि -2 में यदि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो तो लेवल 3 की जांच नही करनी पड़ती है। इसी रिपोर्ट के आधार पर अभिषेक ने अपनी पत्नी अनुराधा की डिलीवरी जिला अस्पताल में करवाया। जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद बच्चे का एक हाथ नही होना बताया गया। और दिमागी रूप से भी अविकसित बताया गया।

CMO ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। गठित टीम ने अपनी शुरुआती जांच में अल्ट्रासाउंड करने वाले को डॉक्टर पूर्ण रूप से दोषी पाया है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

Ramkesh